मधुबनी : लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ नहाय खाय के साथ आज शुरू होगी. प्रशासन, समितियां व आम लोग छठ घाट को अंतिम रूप देने में लगे है. इस महापर्व में साफ-सफाई का सबसे अधिक महत्व है. शहर के छोटे बड़े दो दर्जन तालाबों की छठ घाटों पर साफ सफाई का काम पूरा हो गया है. जहां भगवान भाष्कर को अर्घ अर्पित किया जायेगा.
वहीं शहर के सड़कों की सफाई भी की जा रही है. ताकि दंड प्रणाम व श्रद्धालुओं को आने-जाने में परेशानी न हो. जिन तालाबों पर व्रती की संख्या अधिक होती है. वहां विशेष रूप से तैयारी की गयी है. यहां वाच टावर, सीसीटीवी, पंडाल आदि की व्यवस्था की गयी है. जिन तालाबों पर पहुंच पथ खराब है वहां मिट्टीकरण का कार्य किया गया है. विदित हो कि 24 घाटों पर शहर में छट पूजा मनाया जाता है. जहां प्रशासन, समितियां व आम लोग पूरी तन्मयता के साथ छठ घाट को अंतिम रूप दे रहे हैं. नगर परिषद के मुख्य पार्षद सुनैना देवी ने टीम का गठन कर लगातार घाटों की निगरानी कर रही है.
घाटों को अंतिम रूप देने में जुटा नप प्रशासन. छठ पर्व को लेकर छट घाटों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. घाटों व तालाबों की सफाई के साथ पंडाल, रोशनी, साउंड आदि की व्यवस्था की गयी है. जिस तालाब में पानी अधिक है उस तालाब से जल निकासी का कार्य किया गया. प्रत्येक घाट पर ब्लीचिंग का छिड़काव किया जा रहा है. पहुंच पथ पर मिट्टी करण कर मोटरेबुल बनाया गया है.
मुख्य पार्षद सुनैना देवी ने कहा कि नगर परिषद के साथ कुलदीप मंडल, अमर मंडल, अमित कुमार, रमाशंकर राय, हरेराम राय, संजय मंडल आदि का सहयोग सराहनीय है.
रोशनी की रहेगी व्यवस्था. शहर के 24 घाटों पर नप प्रशासन ने साफ सफाई के साथ रोशनी का विशेष प्रबंध किया है. सभी घाटों पर जेनरेटर के माध्यम से बिजली आपूर्ति की जायेगी. एलईडी बल्ब, ट्यूब लाईट, झालड़ से घाटों को सजाया जा रहा है. चार दिनी इस पर्व में प्रशासन द्वारा पुलिस बल को तैनात करने का निर्णय लिया गया है. यहां सादे लिवास में भी पुलिस निगरानी करेगी. साथ ही महत्वपूर्ण घाटों पर चिकित्सीय व्यवस्था रहेगी.
समिति का रहेगा सहयोग. शहर के कई घाटों में विभिन्न समितियों द्वारा हर वर्ष सहयोग किया जाता है. गंगासागर तालाब पर कामेश्वर सिंह इंद्र पूजा समिति द्वारा 17 वर्ष से व्रती के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है. साफ- सफाई के अलावे अर्घ के लिए गाय का दूध, धूप आदि की व्यवस्था की जाती है.
समिति के संयोजक कैलाश साह ने कहा कि समिति द्वारा दुर्गा पूजा के बाद ही छठ पूजा की तैयारी शुरू कर दी जाती है. मुरली मनोहर तालाब पर नव जागरण छठ पूजा समिति द्वारा वर्षों से श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है. समिति के अध्यक्ष टिंकू कसेरा ने बताया कि लाईट, साउंड, पंडाल के साथ दूध व धूप की व्यवस्था की जाएगी. तालाब की साफ सफाई में भी समिति सहयोग करती है.
24 तालाबों पर छठ पूजा. आस्था का पर्व छठ पूजा इस बार शहर के 24 घाटों पर होगा. जिला प्रशासन, नप प्रशासन, समितियां व आम लोग इसे अंतिम रूप दे रहे है. शहर के गंगासागर तालाब, मुरली मनोहर तालाब, नगर परिषद तालाब, महादेव मंदिर तालाब, जेएन कॉलेज तालाब, बोली पोखर, आरके कॉलेज तालाब, महासेठी पोखर, तिवारी पोखर, हिचरी तालाब, बाबाजी पोखर सहित दो दर्जन तालाबों पर घाटों को अंतिम रूप दिया गया है.