मधुबनी : जिले के मधवापुर प्रखंड के विभिन्न प्राथमिक विद्यालयों में बैक लॉग पर बहाल शिक्षकों को फर्जी तरीके से योगदान कराने के मामले में कार्रवाई होना तय माना जा रहा है. अब तो न सिर्फ बहाल हुए शिक्षक पर कार्रवाई होगी बल्कि कई शिक्षक के एचएम व अधिकारी पर भी इसका गाज गिरनी तय है.
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बैकलॉग से नियोजित शिक्षकों के योगदान का मांगा साक्ष्य
मधुबनी : जिले के मधवापुर प्रखंड के विभिन्न प्राथमिक विद्यालयों में बैक लॉग पर बहाल शिक्षकों को फर्जी तरीके से योगदान कराने के मामले में कार्रवाई होना तय माना जा रहा है. अब तो न सिर्फ बहाल हुए शिक्षक पर कार्रवाई होगी बल्कि कई शिक्षक के एचएम व अधिकारी पर भी इसका गाज गिरनी तय […]
एचएम से पूछा स्पष्टीकरण : डीपीओ स्थापना द्वारा 27 मार्च को संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछा गया है. जिसे 48 घंटे में जवाब देना था. हालांकि अब तक विद्यालय के प्रधान द्वारा विभाग को प्रतिवेदन नहीं सौंपा गया है. विभाग ने संबंधित विभाग से पूछा है कि इन शिक्षकों का विद्यालय में किस पत्र के आधार पर योगदान कराया गया. साथ ही संबंधित शिक्षक के पिता-पति के नाम सहित आवासीय पता भी देने को कहा है.
विभाग ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि ऐसा नहीं करने वाले प्रधानाध्यापकों को इसमें कथित रूप से मिलीभगत समझा जायेगा. नामांकित सभी शिक्षकों के कार्यरत रहने के संबंध में फर्जी तरीके से योगदान कराने तथा लोक निधि के गबन करवाने में सहयोग देने के आरोप में नियम संगत कारवाई की जायेगी. जानकारी के अनुसार साथ ही संबंधित कथित फर्जी शिक्षकों के बैंक खाते के माध्यम से इनका पता ढूंढा जा रहा है. इन पर नीलाम पत्र वाद दायर किया जा सकता है. डीपीओ स्थापना ने कहा है कि किसी भी सूरत में फर्जी तरीके से बहाल शिक्षकों को बख्शा नहीं जायेगा.
इसकी जांच सभी प्रखंडों में करायी जायेगी. इस आदेश के बाद गलत तरीके से योगदान कराने वाले एचएम व फर्जी तरीके से बहाल हुए शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है. इधर, विभागीय सूत्रों के अनुसार विभाग अब गलत तरीके से नियोजित होकर पैसे उठाने वाले शिक्षकों से पैसे वसूल के लिये निलाम पत्र वाद दायर करने की प्रक्रिया इसी सप्ताह शुरू होने वाली है.
विभाग के रडार पर ये शिक्षक : फर्जी तरीके से बहाल शिक्षक विभाग के रडार पर है. विभाग ने जांच के बाद पाया कि मधवापुर प्रखंड के 17 विद्यालयों में 40 से अधिक शिक्षक फर्जी तरीके से बहाल हुए है. जिसमें नव प्राथमिक विद्यालय सहरदई के राम भुवन दास, सुमित कुमार ठाकुर, ममता झा, बेबी कुमारी तथा रमेश ठाकुर, नव प्रा. विद्यालय लक्ष्मीपुर के राम एस दास, सतीश कुमार, रंजीत कुमार तपा, शुभम कुमार शामिल हैं. वहीं नव प्राथमिक विद्यालय वेंगरा जी के सुरेश पूर्वे, प्रा. वि. लोमा के महेंद्र यादव व सरोज यादव, प्रा. वि. उत्तरा गोठ के रागिनी कुमारी व आरती कुमारी, म. वि. ब्रह्मपुरी के गजेंद्र कुमार तथा अंकित कुमार हैं.
जबकि उ. म. वि. घहिपुरा के शिवशंकर कुमार, मनोज कुमार यादव, सुनीता कुमारी तथा नीलम कुमारी, उ. म. वि. केरबा के गीता कुमारी, विनोद कुमार यादव तथा बबीता कुमारी, उ. म. वि. मुखियापट्टी के किरण कुमारी, राकेश कुमार तथा अशोक कुमार शर्मा शामिल है. उ. म. वि. महुआ के दयानंद कुमार व पुष्पांजली कुमारी, प्रा. वि. बोकहा पूरब के रंजीत यादव, उ. म. वि. अकहा पूरब के मनोज कुमार यादव, उ. म. वि. उत्तरा कन्या के शिवशंकर पासवान तथा नीलम कुमारी, नव प्रा. वि. कुट्टी टोल के मो. जफर तथा उ.म. वि. वाडा के विमल कुमारी, नूतन कुमारी, ब्रह्मदेव यादव, मोहन प्रसाद, संजीव कुमार झा तथा सुनीता कुमारी सहित अन्य विद्यालय के आधा दर्जन शिक्षक शामिल हैं.
बैंक से मंगाया जा रहा है पता
जानकारी के अनुसार कई शिक्षकों का पता से संबंधित कागजात ही विभाग या स्कूल में नहीं है. इसको लेकर अब विभाग ने इन फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई के लिये बैंक से सहयोग मांगा है. सू्त्रों के अनुसार विभाग बैंक से शिक्षकों की सूची देकर उनके खाता में अंकित पता की मांग की है. पता मिलने के बाद पैसे वसूल की कार्रवाई होनी है.
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