दो दिवसीय संतमत सत्संग का हुआ समापन ग्वालपाड़ा. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सुखासन पंचायत के शिशवापट्टी गांव में चल रहे दो दिवसीय संतमत सत्संग का 23वां वार्षिक अधिवेशन शुक्रवार संपन्न हो गया. मुख्य वक्ता स्वामी प्रमोद बाबा जी महाराज महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट भागलपुर ने वेद और शास्त्रों के माध्यम से धर्म के मार्ग पर चलने का आह्वान किया. प्रमोद बाबा ने कहा कि जैसे देश चलाने के लिए संविधान बना है, वैसे ही परमात्मा ने ब्रह्मांड के लिए नियम बनाये हैं. इनका उल्लंघन करने पर दंड मिलता है. मनुष्य प्रभु भक्ति का मार्ग अपनाकर ही जीवन का कल्याण कर सकता है. धर्म की रक्षा करना ही मानव का धर्म है. धर्म को बचाने से धर्म भी मनुष्य की रक्षा करता है. स्वामी जी ने कहा कि धर्म और राष्ट्रधर्म की रक्षा के लिए सदैव जागरूक और तत्पर रहना चाहिए. भगवान को भी धर्म की रक्षा के लिए धरती पर आना पड़ता है. हम धरती पर जन्म लेकर भी धर्म की रक्षा नहीं कर पाते है. जब तक धर्म, राष्ट्र, समाज और परिवार की रक्षा नहीं होगी, तब तक कल्याण संभव नहीं. स्वामी प्रमोद बाबा जी के साथ उमाशंकर बाबा और देवनारायण बाबा ने भी प्रवचन दिए. उन्होंने मानव जीवन के रहस्य को सरल शब्दों में समझाया. मंच का संचालन संतोष कुमार ने किया. समापन अवसर पर भव्य आरती हुई. संतों को विदाई दी गयी. दो दिवसीय आयोजन के दौरान भंडारे का आयोजन किया गया. आयोजन को सफल बनाने में संतमत युवा समिति शिशवापट्टी गांव के सदस्य और स्थानीय धर्म प्रेमियों की सराहनीय भूमिका रही. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वच्छ पेयजल, पंडाल, बिजली, भोजन और ठहरने की उत्तम व्यवस्था की गयी थी. स्वागत अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन और प्रमुख सरिता कुमारी रहीं. सुखासन पंचायत की मुखिया सीता देवी, मुखिया प्रतिनिधि अरुण कुमार शर्मा, कमेटी अध्यक्ष सेवानिवृत्त शिक्षक हरिनंदन मेहता, सचिव विमल यादव, प्रखंड अध्यक्ष भूपेंद्र प्रसाद यादव, मंच संचालक अरविंद राम, अमरेंद्र यादव, विनोद पासवान, दयानंद मेहता, नवल किशोर यादव, बलराम यादव, रामू यादव, ललटू यादव आदि मौजूद थे.
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