मधेपुरा. बीएनएमयू के सभी महाविद्यालयों में 15 नवंबर को (शनिवार) को भगवान बिरसा मुंडा के 150वें जन्मोत्सव पर जनजातीय गौरव दिवस के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. इस संबंध में कुलपति प्रो बीएस झा के निदेशानुसार राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुधांशु शेखर ने सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों को पत्र प्रेषित किया है. पत्र में अनुरोध किया गया है कि जनजातीय गौरव दिवस पर बिरसा मुंडा को अनिवार्य रूप से याद किया जाय. मौके पर श्रद्धांजलि सभा और उनके व्यक्तित्व व कृतित्व से संबंधित संवाद व परिचर्चा आयोजित की जाय. कार्यक्रम से संबंधित प्रतिवेदन, जियो टैग फोटो तथा पेपर कटिंग माय भारत पोर्टल पर अपलोड कराया जाय और उसे एनएसएस कार्यालय के ई मेल पर भी उपलब्ध कराया जाना अपेक्षित है. डॉ शेखर ने बताया कि भारत के समृद्ध इतिहास में भगवान बिरसा मुंडा का नाम एक वीर योद्धा व समाज-सुधारक के रूप में अंकित है. उन्होंने अपने जीवन को जनजातीय समाज की उन्नति तथा भारत माता की मुक्ति के लिए समर्पित कर दिया. उन्होंने बताया कि जनजातीय गौरव दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समुदायों की समृद्ध विरासत को संरक्षित करना और भारत के विकास में उनके अमूल्य योगदान को सम्मानित करना है. यह जनजातीय समुदायों के योगदान से युवा पीढ़ी को परिचित कराने और उन्हें हमारी सांस्कृतिक विरासत व राष्ट्रीय गौरव की रक्षा के लिए प्रेरित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
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