मधेपुरा. गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की जयंती भूपेंद्र नारायण मंडल वाणिज्य महाविद्यालय मधेपुरा में मनायी गयी. मौके पर अंग्रेजी विभाग की ओर से रविंद्रनाथ टैगोर की प्रसांगिकता विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में महाविद्यालय प्राचार्य प्रो संजीव कुमार ने कहा कि गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर का व्यक्तित्व बहुआयामी है. वह साहित्यकार, संगीतकार, विचारक एवं महान शिक्षाविद व देशभक्त रहे हैं. वह नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले गैर यूरोपीय पहले व्यक्ति थे. प्राचार्य प्रो संजीव कुमार ने कहा कि गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर के व्यक्तित्व एवं सहित्य के प्रभाव को देश-काल की सीमाओं में बांधकर नहीं देखा जा सकता है. सेमिनार आयोजन के लिए उन्होंने अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डा अरुण कुमार झा की सराहना की. सेमिनार में स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बीएन विवेका ने गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर के साहित्य में निहित भावों का बारीकी से विश्लेषण किया. सेमिनार के आयोजक सह अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डा अरुण कुमार झा ने भी गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर और उनके साहित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने छात्र-छात्राओं के लिए सेमिनार को बेहद उपयोगी बताया. शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ कमलेश कुमार ने कहा कि गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की प्रसंगिता हमेशा बनी रहेगी. सेमिनार में डॉ रविशंकर ने गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर के साहित्य के कुछ अंशों को प्रस्तुत करते हुए गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर के विचारों को अभिव्यक्त किया. सेमिनार में अंग्रेजी विभाग के कई छात्र-छात्राओं ने भी अपनी बातें रखी. कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डा शंभू राय ने किया. सेमिनार में महाविद्यालय के अर्थपाल डा निजामुद्दीन, परीक्षा नियंत्रक डा प्रभाकर कुमार, डा सिकंदर, डा बीना प्रसाद, डा प्रियंका, डा धर्मेंद्र, डा अर्चना सहाय, डा अनिल, डा प्रेमसुंदर, डा सुधांशु समेत अन्य उपस्थित थे.
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