मधेपुरा . भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी व भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की बैठक मंगलवार को माकपा कार्यालय में हुई, जिसकी अध्यक्षता भाकपा के वरीय नेता शैलेंद्र कुमार ने की. भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि बदलो सरकार, बचाओ बिहार के नारे के साथ 20 मार्च को जिला मुख्यालय में जनाक्रोश प्रदर्शन होगा. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार सभी क्षेत्रों में विफल है. बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार व अफसरशाह से आम लोग त्रस्त है. बड़ी संख्या में मजदूरों का पलायन जारी है. किसानों के फसल का दाम नहीं मिल रहा है. केंद्र की मोदी सरकार किसानों की नहीं कंपनियों की सरकार प्रमोद ने कहा कि तमाम राशन कार्ड धारी को प्रति व्यक्ति 15 किलो राशन देने, वृद्धा व विधवा पेंशन तीन हजार रुपया प्रति माह देने, भूमि अधिग्रहण के नाम पर गरीबों को उजाड़ने की कार्रवाई बंद करने, भूमिहीनों को पांच डिसमिल बास की जमीन शीघ्र देने समेत अन्य मांगों को लेकर 20 मार्च को प्रदर्शन आयोजित है. उन्होंने इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोगों से भाग लेने का आह्वान किया. माकपा के राज्य सचिव मंडल के सदस्य रामपरी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों की नहीं कंपनियों की सरकार है. गत दिन जो इन्होंने बजट पेश की है, वह बजट कॉर्पोरेट बजट है. केंद्रीय सरकार को महंगाई बेरोजगारी से मतलब नहीं है, मंदिर व मस्जिद की राजनीति से है. महिलाओं व दलितों पर अत्याचार बंद करने की मांग रामपरी ने आर्थिक गाना के अनुसार 94 लाख चिन्हित गरीब परिवार को दो-दो लाख सहायता राशि शीघ्र देने, दो सौ यूनिट बिजली फ्री करने, महिलाओं व दलितों पर अत्याचार बंद करने की मांग की. बैठक को भाकपा के जिला मंत्री विद्याधर मुखिया, माकपा के जिला मंत्री राजेंद्र यादव व वरीय माकपा नेता गणेश मानव ने कहा कि केंद्र व राज्य की जन विरोधी सरकार के खिलाफ सदन से सड़क तक आंदोलन को तेज करना है और बिहार में निकम्मी सरकार को बदलना है. मौके पर वीरेंद्र नारायण सिंह, मो जहांगीर, दिलीप पटेल, कृष्ण कुमार यादव, ललन कुमार यादव, श्याम सुंदर यादव, कैलाश सिंह, वसीमउद्दीन, रमेश कुमार, बिजेंदर दास, रमन कुमार, महिला नेत्री नूतन भारती, रंजू देवी आदि उपस्थित थे.
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