लापरवाही . संवेदक व प्रशासन की निष्क्रियता से नहीं हो सका सड़क का निर्माणा
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खस्ताहाल सड़क से सफर बदहाल
लापरवाही . संवेदक व प्रशासन की निष्क्रियता से नहीं हो सका सड़क का निर्माणा लोगों ने समस्या को शीघ्र हल करने की मांग की शंकरपुर : प्रखंड क्षेत्र के कई ऐसे प्रमुख सड़के है जिसपर प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना एवं मुख्यमंत्री विकाय योजना के तहत सड़क पर पीसीसी ढ़लाई कालीकरण व आरसीसी पुलिया का […]
लोगों ने समस्या को शीघ्र हल करने की मांग की
शंकरपुर : प्रखंड क्षेत्र के कई ऐसे प्रमुख सड़के है जिसपर प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना एवं मुख्यमंत्री विकाय योजना के तहत सड़क पर पीसीसी ढ़लाई कालीकरण व आरसीसी पुलिया का निर्माण करवाया जाना था. लेकिन संवेदक व जिला प्रशासन के सुस्त रवैये के कारण निर्माण अवधि समय समाप्ति के दो साल बाद भी निर्माण कार्य संवेदक के द्वारा पूर्ण नहीं किया जा सका है.
ज्ञात हो कि कोल्हुआ से तेलिया रही की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर हेंडसम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा लगभग 3.5 किमी सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा था. जो कार्य आरंभ तिथी 30.03.2013 से 29.03.2014 तक में पूर्ण किया जाना था. लेकिन पूर्ण तिथी के दो साल बाद भी कार्य पूर्ण नहीं हो सका. सड़क पर बिछे मेटल के कारण राहगीरों को चलने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
ववहीं लालपुर से शंकरपुर आने वाली मुख्य सड़क में आरसीएम कंस्ट्रक्शन के द्वारा पकीकरण कार्य किया जा रहा था. इस सड़क में भी संवेदक के द्वारा आधे अधुरे कार्य छोडकर लापरवाह बने हुये हैं. जिस कारण इस मुख्य मार्ग पर पैदल चलना भी लोगों के लिए मुसिबत बन गया है. जबकि इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों बाहनों का आवागमन होती है. मेटल बिछे रहने के कारण मेटल वाहन गुजरने के समय इधर उधर उड़ने लगता है. जिस कारण बगल से गुजरने वाले रहगिर मैटल के चोट से चोटिल होते रहते है.
ग्रामीण किशोर कुमार सिंह, सुरेश मेहता, राम कुमार यादव, विजय कुमार, बबलु यादव आदि ने जिला पदाधिकारी से मांग किया है कि इस क्षेत्र में बंद पड़े सड़क निर्माण कार्य को पुन: चालू करवायें. ताकी राहगीरों को चलने में परेशानी से निजात मिल सके.
दस किमी की सड़क प्रसाशन व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार . शंकरपुर. तीन पंचायत को जोड़ने वाला मुख्य सड़क जो प्रखंड मुख्यालय के निकट से मध्य विद्यालय कल्लहुआ पश्चिम होते हुए मोरा खाप की और जाने वाली करीब दस किमी की सड़क आज भी प्रसाशन एवं अस्थानीय जनप्रतिनिधियों का उपेक्षा का शिकार हो गया है.
इस रास्ते से तीन पंचायत बेहरारी मोरा कबियाही एवं मोरा झरकाहा के दर्जनों गांव चोराहा कबियाही गौरराहा मोरा रामनगर जैसे दर्जनों गांव के लोगों का प्रखंड मुख्यालय आने का एक मात्र मार्ग है. लेकिन इस सड़क में कटान एवं गड्ढे को देखने के बाद ऐसा लगता है कि सड़क में गड्ढा है की गड्ढे में सड़क पता ही नहीं लगता. राहगीर एवं स्थानीय लोग इस सड़क से गुजरने के दौरान जब तक कुछ समझ पाते तब तक दुर्घटना के शिकार हो जाते है. इस रास्ते पर चारपहिया वाहन का परिचालन बंद कर दिया गया है.
जबकी इस मार्ग में मध्य विद्यालय कल्लहुआ पश्चिम मध्य विद्यालय चौराहा प्राथमिक विद्यालय गोढ़ीयारी चोराहा सहित कई विद्यालयो में विद्यालय के सैकड़ों छात्र – छात्रा सहित शिक्षकों का रोज आना जाना होता है. इसी रस्ते से इस क्षेत्र के लोगों को प्रखंड अंचल थाना और स्वास्थ्य जैसे जरूरी कार्यों से हजारों लोगों का आने –
जाने का एक मात्र रास्ता है. इसको लेकर ग्रामीण रविंद्र मेहता, प्रकाश दास, जयप्रकाश मेहता, अरूण यादव, गजेंद्र यादव सहित कई ग्रामीणों ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों को आवश्यक सेवा जैसे स्वास्थ और प्रशासनिक कामों के लिए लोगों को आठ किमी के जगह 16 से 20 किमी की सफर तय कर प्रखंड मुख्यालय पहुंचता है. तीन पंचायत सहित कई गांव जाने –
आने का एक मात्र रास्ता है. फिर भी इस रास्ते का निर्माण कराने को लेकर पंचायत प्रतिनिधि से लेकर राज्य प्रतिनिधि तक किसी प्रकार की सुधी नहीं ले रहे है. स्थानीय लोगों ने कहा कि स्थानीय अधिकारी को सड़क निर्माण को लेकर आवेदन भी दिया है लेकिन अब तक कोर्इ कार्रवाई नहीं की गयी है. सभी ने जिला पदाधिकारी से मांग किया है जल्द इस सड़क का निर्माण करायें.
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