सिंहेश्वर. सिंहेश्वर नगर पंचायत क्षेत्र स्थित दिलीप खंडेलवाल कैंपस में शनिवार को विश्व रक्तदाता दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन का आयोजन किया गया. शिविर जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल और बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के सहयोग से लगाया गया, जिसमें 19 लोगों ने रक्तदान किया. शिविर का शुभारंभ मनीष सर्राफ, दिलीप खंडेलवाल व डॉ अंजनी कुमार ने किया. डॉ अंजनी कुमार ने कहा कि रक्तदान से कमजोरी नहीं आती है. यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. रक्तदान के 24 से 48 घंटे के भीतर शरीर में दोबारा रक्त बनता है. नियमित रक्तदान से रक्त गाढ़ा होने का खतरा कम होता है. इससे दिल का दौरा और ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारियों का खतरा घटता है. एक यूनिट रक्त किसी जरूरतमंद की जान बचा सकता है. कोई भी स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है. महिलाएं चार महीने में एक बार रक्तदान कर सकती हैं. रक्तदान से पहले 48 घंटे तक नशीले पदार्थ या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. रक्तदान के बाद संतुलित और पौष्टिक भोजन जरूरी होता है. शिविर में जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज के उपाधीक्षक डॉ अंजनी कुमार, लैब टेक्नीशियन सुभाष कुमार, संजय कुमार, विशाल कुमार, जीएनएम पूजा कुमारी, मिन्हाज आलम, मोनिका कुमारी, डाटा ऑपरेटर शिवांश स्नेह और सिंटु कुमार मौजूद रहे. बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन से अध्यक्ष दिलीप खंडेलवाल, सचिव नरेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राजेश खैतान, संयोजक सुदेश शर्मा और शंकर अग्रवाल ने भाग लिया. शिविर के अंत में हमेशा रक्तदान कराने में सहयोग करने और लोगों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मनीष सर्राफ, दिलीप खंडेलवाल और रवि शर्मा को मेडिकल कॉलेज की ओर से डॉ अंजनी कुमार ने प्रशस्ति पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया. जागरूकता कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के प्रखंड अध्यक्ष दिलीप खंडेलवाल ने बताया हर वर्ष 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करना और रक्तदाताओं का आभार जताना होता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह दिन सुरक्षित रक्त और रक्त उत्पादों की आवश्यकता को समझाने और स्वैच्छिक रक्तदाताओं को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है.
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