मधेपुरा : मधेपुरा में अपने मेहनत और लगन से औषधीय पौधों की खेती करने वाले किसान जिले से राज्य स्तर तक अपने काम से पहचान बनाने वाले शंभू शरण भारतीय को राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में पहला पुरस्कार मिला है. शंभू शरण भारतीय खेती के प्रति मेहनतकश है. वे अपने औषधीय पौधों से खुद विभिन्न तरह की दवाई व अन्य तरह खाद्य सामग्री बनाकर लोगों देते हैं.
Advertisement
राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में मधेपुरा के औषधीय किसान को प्रथम पुरस्कार
मधेपुरा : मधेपुरा में अपने मेहनत और लगन से औषधीय पौधों की खेती करने वाले किसान जिले से राज्य स्तर तक अपने काम से पहचान बनाने वाले शंभू शरण भारतीय को राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में पहला पुरस्कार मिला है. शंभू शरण भारतीय खेती के प्रति मेहनतकश है. वे अपने औषधीय पौधों से खुद विभिन्न […]
इससे जहां एक तरफ लोगों को औषधीय दवाई व खाद्य सामग्री से लाभ हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र के किसान भी शंभु शरण के मार्ग दर्शन ले रहे है. जानकारी के अनुसार राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन 14 फरवरी को राजभवन पटना में आयोजित किया गया था, जिसका उद्घाटन बिहार के महामहिम फागू चौहान ने किया था. जिसमें औषधीय पौधों की प्रदर्शनी में मधेपुरा जिला का दो स्टाॅल लगाया गया था.
पहला स्टॉल सदर प्रखंड के राजपुर गांव के औषधीय किसान शंभू शरण भारतीय का पीला शतावर का था. जिसका वजन 40 किलोग्राम था. जिसे प्रथम पुरस्कार दिया गया. प्रथम पुरस्कार के तहत नकद राशि तीन हजार रुपया व प्रशस्ति पत्र दिया गया. दूसरा स्टॉल सदर प्रखंड के ही वार्ड नंबर दो निवासी शंकर कुमार का था. जिस स्टॉल पर सर्पगंधा व सुगंध पौधा लोमेन ग्रास था.
औषधीय किसान शंभू शरण भारतीय द्वारा बनाया गया शतावर का चॉकलेट राज्यपाल भागू चौहान सहित कृषि मंत्री, सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति ने ना सिर्फ खाया बल्कि वहां उपस्थित लोगों को बांटा भी व चॉकलेट की काफी तारीफ भी की. गौरतलब है कि शंभू शरण भारतीय के द्वारा सिंहेश्वर प्रखंड के गौरीपुर में जल जीवन हरियाली के दौरान आये थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement