हड़कंप. जिलाधिकारी के निर्देश पर सिविल सर्जन ने की कार्रवाई शुरू
Advertisement
गिरने लगा अवैध नर्सिंग होम का शटर
हड़कंप. जिलाधिकारी के निर्देश पर सिविल सर्जन ने की कार्रवाई शुरू मधेपुरा/पुरैनी : प्रभात खबर में लगातार प्रकाशित खबर पर जिला पदाधिकारी मो सोहैल ने एक्शन लेते ही जिला मुख्यालय सहित प्रखंडों में अवैध नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी का शटर गिरने लगा है. शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित दो पैथोलॉजी संचालक ने स्वेच्छा से […]
मधेपुरा/पुरैनी : प्रभात खबर में लगातार प्रकाशित खबर पर जिला पदाधिकारी मो सोहैल ने एक्शन लेते ही जिला मुख्यालय सहित प्रखंडों में अवैध नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी का शटर गिरने लगा है. शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित दो पैथोलॉजी संचालक ने स्वेच्छा से अपनी अपनी शटर गिरा कर स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी.
वहीं जिले के पुरैनी प्रखंड में अवैध नर्सिंग होम का शटर गिरा कर संचालक फरार हो गया है. इस मामले में प्रखंड चिकित्सक पदाधिकारी ने डीएम के निर्देश पर थानाध्यक्ष पुरैनी को दंडाधिकारी के साथ अवैध नर्सिंग होम को सील करने के लिए कहा है. तीन नवंबर को सिविल सर्जन ने प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी पुरैनी को अवैध रूप से चल रहे नीतू सेवा सदन की जांच कर उसे सील करने का निर्देश दिया था. सीएस के निर्देश पर प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी ने उक्त नर्सिंग होम की जांच की.
इस क्रम में डॉक्टर द्वारा दिये गये योग्यता बीएएमएस की डिग्री की भी जांच हुई. इसमें पाया गया कि यह डिग्री सर्जरी के लिए योग्य नहीं है. इसके बाद प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी ने अवैध नर्सिंग होम को सील करने के लिए बीडीओ को दंडाधिकारी के रूप में नियुक्त करते हुए इसकी सूचना डीएम सहित सभी वरीय पदाधिकारी दी गयी है. इधर, डीएम के निर्देश पर शनिवार को अवैध नर्सिंग होम के संचालक ने शटर गिराते हुए डिग्री के साथ लगा हुआ साइन बोर्ड भी हटा लिया है. गौरतलब है कि डीएम ने मधेपुरा में फर्जी डॉक्टरों के भरोसे अवैध रूप से चल रहे
नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी को सील करने का निर्देश दिया है. डीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू करते हुए अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी पर कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं सिविल सर्जन डा गदाधर प्रसाद पांडे ने कहा कि स्पष्टीकरण नहीं देने वाले पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर को सील करते हुए उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
सीएस ने कहा कि डीएम के निर्देश पर ऐसे फर्जी डॉक्टर व संचालकों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग ने अबतक भीरखी में अवैध रूप से संचालित जय भवानी नर्सिंग होम को सील करते हुए पुरैनी स्थित नीतू सेवा सदन को सील कर दिया है. सीएस ने कहा कि नोटिस की समय सीमा समाप्त होते ही अन्य पर भी गाज गिरनी तय है. उसे भी सील कर कार्रवाई की जायेगी.
खबर प्रकाशित होने के बाद हरकत में आया प्रशासन : प्रभात खबर ने 29 अक्तूबर को आकर्षक बोर्ड व डिग्री के झांसे में आकर फंस रहे मरीज, 30 अक्तूबर के अंक में फर्जी डॉक्टरों के भरोसे संचालित हो रहे निजी नर्सिंग होम में जिंदगी की जगह मिल रही मौत, 31 अक्तूबर को मापदंड पूरा करने में अधिकतर क्लिनिक अक्षम व एक नवंबर को अवैध नर्सिंग होम में नहीं रूक रहा मौत का सिलसिला, खबर प्रकाशित कर जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया. प्रभात खबर के खबर पर संज्ञान लेते हुए डीएम ने मधेपुरा में फर्जी डॉक्टरों के भरोसे अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी को सील करने का निर्देश दिया.
प्रभात खबर के पड़ताल में हुआ खुलासा
जिले में संचालित नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी की जांच स्वास्थ्य विभाग के जिम्मे है, लेकिन अवैध नर्सिंग होम में एक के बाद एक हुई मौत पर प्रभात खबर ने इसकी पड़ताल की, तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आया. शहर में सौ से अधिक ऐसे नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी के बोर्ड व लगे दिखे जिस पर डॉक्टर के नाम लिखे थे. इसके अलावा प्रखंडों में इनकी संख्या पांच सौ से अधिक है, जबकि हैरत करने वाली बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग से पूरे जिले में केवल 49 नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी का औपबंधिक पंजीयन हुआ है. डीएम की अध्यक्षता व सीएस के संयोजन में बैठक कर इनका पंजीयन किया गया था. इसमें 44 नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी की पंजीयन की समय सीमा समाप्त हो चुकी है.
मधेपुरा में बंद हुआ दो जांच घर
डा एसपी पैथोलॉजी जयपालपट्टी चौक व अनिशा लैब बाइपास के संचालकों ने शनिवार को अपनी जांच घर में ताला बंद करते हुए सीएस को इसकी सूचना दी है. सीएस को लिखे पत्र में डा एसपी पैथोलॉजी जयपालपट्टी चौक के संचालक ने कहा है कि सीएस कार्यालय द्वारा स्पष्टीकरण की मांग की गयी थी. पत्र के आलोक में अपना जांच घर बंद कर लिये है. जांच घर को शुरू हुये मात्र एक ही सप्ताह हुआ था और कोई भी रिपोटिंग सरकारी मालिकों के विरुद्ध नहीं की गयी थी. वहीं अनिशा लैब ने कहा है कि पत्र मिलते ही अपना जांच घर बंद कर दिये है.
बंद करें क्लिनिक नहीं तो होगी प्राथमिकी
सीएस ने जिले में 23 पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर को नोटिस जारी कर कहा है कि या तो वे अपनी दुकान बंद करे, अन्यथा प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. ज्ञात हो कि विभागीय निर्देश पर सीएस के द्वारा सभी संचालित पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर में व्याप्त कथित अनियमितताओं की जांच से संबंधित विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन की मांग की गयी थी, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं होने पर सीएस ने जांच घर बंद करने का अल्टीमेटम दिया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement