मुरलीगंज (मधेपुरा) : मुरलीगंज शहर में तनाव का माहौल है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में बताया जा रहा है. प्रशासन ने सूझ-बूझ व सख्ती से मामले को सलटाने का प्रयास किया, लेकिन बीच-बीच में उपद्रवियों के उत्पात के कारण मंगलवार को भी परेशानी बनी रही. स्थानीय जनप्रतिनिधि व समाज के अमनपसंद लोगों ने शांति बनाये रखने की अपील की और लोगों को समझाने का भी प्रयास किया.
नहर में अवशेष मिलने से शुरू हुआ मामला मंगलवार को भी तनाव का कारण बना रहा. उपद्रवियों के जद में जहां पुलिसकर्मी समेत मीडिया के वाहन भी रहे, वहीं पुलिस की कार्रवाई में उपद्रवी दुबकने को मजबूर हुए. माहौल बिगड़ते देख दस चक्र हवाई फायर के अलावा अश्रु गैस के गोले दागे गये. सुबह दस बजे से तीन बजे तक रह-रह कर पुलिस और उपद्रवियों के बीच भिड़ंत होती रही. पुलिस ने अब तक 22 लोगों को हिरासत में लिया है. दंगा नियंत्रण बल समेत पुलिस व अधिकारी मुरलीगंज में कैंप कर रहे हैं. पांच पुलिसकर्मी भी पथराव की वजह से घायल हुए है. मुरलीगंज में धारा 144 लागू कर दिया गया है.
22 गिरफ्तार, पांच…
दिन में तीन बजे से शहर की नाकाबंदी खत्म कर दी गयी है, लेकिन पुलिस की गश्ती हर चौक-चौराहे पर जारी है. घटना को लेकर सोमवार शाम से ही मधेपुरा सहित अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा व सुपौल जिलों की इंटरनेट सेवा अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गयी है.
पथराव के बीच आंसू गैस के गोले चले, भीड़ को किया तितर-बितर : मुरलीगंज बाजार बंद रखने के लिए सोमवार की रात पचास बाइक सवारों ने घूम-घूम कर अपील की थी. इसके बाद मंगलवार को सुबह बाजार बंद था. डीएम मो सोहैल, एसपी विकास कुमार, सदर एसडीएम संजय कुमार निराला, एएसपी राजेश कुमार ने अलग अलग जा कर समझा-बुझा कर दुकान खोलने की अपील की. इस बीच उपद्रवियों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके साथ ही मुरलीगंज के बैंगा पुल को जाम कर एनएच 107 पर आवागमन बंद कर दिया. यहां पर खड़े उपद्रवियों ने नारेबाजी शुरू कर दी. लोगों से जब वार्ता के लिए अधिकारी पहुंचे, तो वहां नारे लगाते हुए उपद्रवी तत्वों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. स्थिति को संभालने के लिए पुलिस ने भी बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़ कर भीड़ को तितर बितर किया.