हलसी/लखीसराय. कृषि सखी केवीके हलसी में गुरुवार को प्राकृतिक खेती को लेकर प्रशिक्षण दिया गया. कृषि सखी को बताया गया कि प्राकृतिक आधारित खेती करने के लिए सबसे पहले रासायनिक पदार्थ को उपयोग नहीं करना है. प्रशिक्षण डॉ बीके सिंह, डॉ निशांत प्रकाश, डॉ राजेंद्र महतो के द्वारा कृषि सखी को बताया गया कि प्राकृतिक खेती में रासायनिक पदार्थ की जगह देसी पदार्थ का उपयोग करना है. जिसे किसान द्वारा खुद तैयार किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के लिए कृषि सखी को किसानों की खेती के लिए उपयोगी देसी दवा, खाद आदि का निर्मित किया जाना है. प्राकृतिक खेती के लिए कुल नौ क्लस्टर तैयार किया गया है. जिले में 450 हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती किया जायेगा. इसके लिए कृषि विभाग के निर्देशानुसार प्राकृतिक खेती में शामिल किये गये सभी क्लस्टर के किसानों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षण के प्रथम चरण में कृषि सखी को प्रशिक्षित कर उन्हें उनके दायित्व के बारे में बताया गया. प्रशिक्षण के दौरान सभी किसानों के लिए कृषि सखी के द्वारा देसी दवा एवं देसी खाद का निर्माण करेंगे. प्रशिक्षण में दवा एवं खाद के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी. इसके साथ ही प्रशिक्षण में बताया गया कि कृषि विभाग के द्वारा दवा एवं खाद निर्मित करने के लिए मटेरियल उपलब्ध कराया जायेगा. केवीके हलसी के हेड सुधीर चंद्र ने बताया कि प्रशिक्षण देने वाले रांची से प्रशिक्षण प्राप्त कर यहां के किसानों को प्रशिक्षित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम पांच दिनों तक लगातार संचालित किया जायेगा. प्रशिक्षण के दौरान किसानों के लिए सभी सुविधा उपलब्ध करा दिया गया है.
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