चानन.
दर्द से कराह रही गर्भवती महिला को ई-रिक्शा चालक ने अस्पतल के बदले मननपुर बाजार में नि:सहाह अवस्था में छोड़ दिया. इससे गर्भवती सड़क किनारे ही बच्चे को जन्म दिया. दरअसल, प्रखंड के मलिया की निवासी दिलीप मांझी की पत्नी रेखा देवी की जान जोखिम में उस वक्त फंस गयी जब थाना परिसर से वापस वह मलिया आने के लिए निकली थी. इस दौरान उनेके पेट में दर्द उठा और उसने टोटो चालक को सरकारी अस्पताल ले जाने की बात कही, लेकिन टोटो चालक ने उसे मननपुर बाजार से नजदीक उतारकर चल दिया. महिला मननपुर बाजार में सरपंच के घर के सामने वाले घर के बाहरी परिसर पर आकर गिर पड़ी. जिसे देख भीड़ इकट्ठा हुई तब जाकर पता चला महिला प्रेग्नेंसी के कारण से दर्द से कराह रही थी. कुछ लोगों ने उससे जानकारी मांगी लेकिन दर्द के कारण महिला जानकारी देने में असमर्थ रही. इस दौरान महिला ने एक बच्ची को आधे घंटे के बाद सड़क किनारे उसी स्थान पर जन्म दिया, लेकिन इस दौरान भी कोई भी उस महिला की मदद करने को तैयार नहीं थे. अंत में काफी मिन्नत मशक्कत के बाद सरपंच के घर से एक महिला ने साड़ी दी और आसपास की कुछ महिला ने उसकी मदद की. तकरीबन एक घंटे के बाद फेसिलिटेटर सीता देवी, आशा सावित्री देवी पहुंचकर महिला की मदद की. जिसके बाद उसे एक वाहन की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया. चिकित्सा प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि महिला को ससमय नहीं लाने के बाद स्थिति गंभीर हो सकती थी दूसरी ओर महिला के शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी के संग बच्चे का वजन भी काफी कम होने के कारण इसे रेफर करना जरूरी समझा गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है