दिसंबर माह में बड़हिया एवं लखीसराय के किसानों का लाल टमाटर का होने लगता था निर्यात
लखीसराय. जिले में दोबारा बाढ़ के पानी आने एवं विलंब से पानी निकलने का प्रभाव अभी भी किसानों को संभालने का मौका नहीं दे रहा है. किसानों को दोहरी पूंजी एवं विलंब से फसल प्राप्त होने के कारण इन्हें आर्थिक स्थिति अभी तक ठीक नहीं होने दे रहा है. दोबारा बाढ़ का पानी आने एवं दुर्गा पूजा के बाद तक बारिश होने के कारण लोगों के जेब हल्का होने लगा है. साथ ही किसानों को घाटा का सौदा भी करना पड़ रहा है. सदर प्रखंड के साबिकपुर, सलौनाचक, किशनपुर, रेहुआ एवं बड़हिया के दरियापुर, जैतपुर में टमाटर की खेती बड़े पैमाने पर किसानों द्वारा किया जाता है. यहां से दूसरे राज्य तक किसानों के द्वारा खेतों से ही टमाटर भेजा जाता है, लेकिन इस बार टमाटर के फसल देर से होने के कारण लखीसराय सूर्यगढ़ा एवं बड़हिया बाजार में 50 से 60 रुपये प्रति किलो टमाटर मिल रही है. जबकि इस समय बाजार में टमाटर का भाव 15 से 20 रुपये प्रति किलो बिक्री होती थी. इस संबंध में कृषि समन्वयक कृष्ण किशोर कुमार ने बताया कि टमाटर की खेती इस बार भी किया गया है. टमाटर के पौधे में फल फूल आ चुका है, लेकिन पकने में अभी समय लगेगा.——————————————————————————-
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