कजरा. पूर्व रेलवे मालदा डिवीजन द्वारा मंडल रेल प्रबंधक मनीष कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन और नेतृत्व में आरपीएफ पोस्ट जमालपुर द्वारा जीआरपी जमालपुर के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में रेल सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने को लेकर बुधवार को विशेष कार्यक्रम का आयोजन उत्क्रमित मध्य विद्यालय माधोपुर, कजरा में किया गया. छात्रों को बताया गया खतरे और कानून क्या है. कार्यक्रम में विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राएं, शिक्षक व स्थानीय ग्रामीण के साथ-साथ रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी मौजूद थे. आरपीएफ अधिकारियों ने बच्चों को समझाया कि रेल पटरियों के पास असावधानी और लापरवाही किस प्रकार गंभीर हादसों को जन्म दे सकती है.
क्या नहीं करना है
आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि मानव दुर्घटनाएं तब होती हैं, जब लोग लापरवाही से पटरियां पार करते है या ट्रैक पर चलते हैं. अलार्म चेन पुलिंग बिना कारण के करना कानूनन अपराध है और इसके गंभीर दुष्परिणाम होते है. मवेशियों को पटरियों पर लाना या चराना न केवल जानवरों की जान को खतरे में डालता है. ट्रेनों की सुरक्षा पर भी असर डालता है. पथराव, पटरियों पर वस्तुएं रखना, सिंग्नल गियर्स से छेड़छाड़ करना जैसी गतिविधियां न केवल यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालती है बल्कि रेलवे संपति को भी नुकसान पहुंचाती है. ऐसा करते पाये जाने पर रेलवे अधिनियम के तहत इन कार्यों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है. दोषी पाये जाने पर अभियुक्तों को जेल और जुर्माना दोनों का सामना करना पड़ सकता है.छात्रों ने ली शपथ
कार्यक्रम के अंत में आरपीएफ अधिकारियों ने विद्यालय के छात्रों को रेल सुरक्षा की शपथ दिलायी. शपथ में छात्रों ने वादा किया कि वे न केवल खुद रेलवे नियमों का पालन करेंगे बल्कि अपने परिवार और समाज को भी रेल सुरक्षा का महत्व समझायेंगे. आरपीएफ ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे ‘रेलवे सुरक्षा दूत’ बनकर जागरूकता फैलाएं और अपने समुदाय में जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

