लखीसराय. जिले के विभिन्न विद्यालयों में एक नहीं बल्कि सैकड़ों योजनाओं में करोड़ाें की राशि के भ्रष्टाचार के संकेत जांच टीम को मिल रही है. बताया जाता है कि सबसे अधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अलावे जिला मुख्यालय से दूर दराज के विद्यालयों में योजनाओं में गड़बड़ियां हुई है. डीएम मिथलेश मिश्र के अनुसार अभी भी सैकड़ों विद्यालय योजनाओं की जांच होनी बाकी है. जबकि लगभग छह सौ विद्यालय योजनाओं की जांच की जा चुकी है. सभी योजनाओं में कुछ न कुछ गड़बड़ी पाया जा रहा है. जबकि 90 योजनाओं पर काम हुआ ही नहीं और उसे पूर्ण बताकर एमबी बुक कर लिया गया है. शिक्षा माफिया ढीठपन की हद पार कर प्रिंसिपल के नकली हस्ताक्षर भी बना लिया है. इस तरह शिक्षा विभाग में एक से बड़े एक घोटाले किया गया. योजना के अलावे एमडीएम की बात की जाय तो इसमें तो खुले आम घोटाले की बात कही जा रही है. प्रायः विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति से डेढ़ से दो गुना भोजन कागज पर बता कर पैसे निगल जाने की बात आम चर्चा बनी हुई है. फिलहाल तो योजनाओं को लेकर विभिन्न विभाग के 84 पदाधिकारियों के द्वारा जांच पड़ताल किया जा रहा है. शिक्षा विभाग में जांच पड़ताल के बाद माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. बताया जा रहा है शिक्षा माफिया अब राजनीति के गलियारे का दरवाजा खटखटाने में जुटे हैं. अपने अप्रोच के मुताबिक राजनीज्ञों तक पहुंचने में लगे हैं. हालांकि अभी तक इस तरह का हलचल नहीं सामने आ रहा है, लेकिन जब प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू होगी तो शिक्षा माफिया कुछ न कुछ अपने बचाव के लिए हाथ पैर मार सकते हैं. इस संबंध में डीएम मिथलेश मिश्र ने स्पष्ट कहा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जायेगा. कार्रवाई हर हाल में होगा.
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