सदर प्रखंड, बड़हिया व पिपरिया में बाढ़ के अभी भी है हालात
पिछले दो दिनों से सम्राट भवन में किया हो रहा फूड पैकिंग
बुधवार को सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फूड पैकिंग का किया गया वितरण
लखीसराय. जिले बड़हिया व पिपरिया से होकर गुजरने वाली गंगा नदी में विगत तीन दिनों से जलस्तर में गिरावट की वजह से गंगा के तटीय क्षेत्र के लोग थोड़ी राहत की सांस ले रहे हैं कि जल्द ही बाढ़ की त्रासदी से राहत मिल सकती है. वहीं अब बड़हिया होकर सदर प्रखंड के रेहुआ गांव तक बहने वाली हरूहर नदी का जलस्तर के जलस्तर में वृद्धि होने से क्षेत्र के लोग फिर से सशंकित होने लगे हैं. जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण बड़हिया का टाल क्षेत्र एवं सदर अंचल के विभिन्न गांव के लोगों को मुश्किल बढ़ गयी है. लोगों के घरों में पानी प्रवेश करने के कारण घर में खाना, बैठना एवं सोना हराम हो रहा है. सदर अंचल के अमहरा पंचायत के बभनगामा नीमचक, नेमदारगंज समेत पांच छह गांव के घर में पानी प्रवेश हो जाने से लोगों के दिनचर्या में खलल डाल रही है. बाढ़ प्रभावित गांव में पर्याप्त नाव उपलब्ध नहीं होने के कारण लोग टीना एवं केला का थंब का नाव बनाकर सड़क तक पहुंच रहे हैं.बाढ़ का पानी गांव से कब निकलेगा यह कहना मुश्किल है. सदर अंचल के बालगुदर गांव के दक्षिणी भाग हरूहर नदी के पानी से डूबा हुआ है. वहीं नीरपुर टोला के लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो चुका है. खासकर महिला को घर से निकल नहीं पा रही है. बालगुदर के अलावा साबिकपुर का रास्ता से पानी पूर्व में घटा था, लेकिन बुधवार को पानी बढ़ोतरी के कारण फिर से रास्ता अवरुद्ध हो चुका है. लोग मुश्किल से घर पहुंच पा रहे हैं.इधर, बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा शहर के आरलाल कॉलेज में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री की पैकिंग की जा रही है. जिसका बुधवार से वितरण प्रारंभ हो गया है. बुधवार को सदर प्रखंड के बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री वितरण किया गया.
चावल में होगी कमी, लेकिन दाल में हो सकती है बढ़ोतरी
बाढ़ की विभीषिका एक और जहां धान की खेती को पूरी तरह नष्ट हो चुका है. जिससे कि धान की उत्पादन में कमी हो जायेगा. जिससे कि चावल की भी कमी से इंकार नहीं किया जा सकता है. सदर प्रखंड के अमहरा, बालगुदर, साबिकपुर, गढ़ी बिशनपुर में प्रायः धान की खेती होती है, लेकिन बाढ़ के पानी ने किसानों से धान की खेती छीन लिया. जिससे को चावल में कमी आयेगी, लेकिन इस बार बड़हिया टाल में जुलाई अगस्त में बाढ़ का पानी आया है, जो सितंबर तक निकल जायेगा. जिससे कि टाल क्षेत्र में दलहन की खेती समय पर होगा. जिससे कि दलहन की उत्पादन में वृद्धि हो सकती है.
बोले अधिकारी
जिला आपदा पदाधिकारी शशि कुमार ने बताया कि गंगा के जलस्तर में गिरावट हो रही है, लेकिन हरूहर नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि आरलाल कॉलेज के समीप सम्राट भवन में बाढ़ पीड़ितों के लिए फूड पैकेट पैक किया जा रहा है. बुधवार को सदर प्रखंड के बाढ़ पीड़ितों के बीच छह सौ पैकेट का वितरण किया गया है. गुरुवार को बड़हिया व पिपरिया के बाढ़ पीड़ितों के बीच फूड पैकेट का वितरण किया जायेगा.
————————————————————————————————————————श्री लक्ष्मण जी ट्रस्ट का बड़हिया टाल क्षेत्र का दौरा
आज से जानपुर में सामुदायिक रसोई, बीरूपुर में सूखा राशन वितरण
फोटो संख्या 13- पाली में बाढ़ पीड़ितों के साथ महंत शिवराज दास जी व अन्यप्रतिनिधि, बड़हिया. बाढ़ से प्रभावित बड़हिया टाल क्षेत्र में राहत पहुंचाने के उद्देश्य से बुधवार को श्री लक्ष्मण जी ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत शिवराज दास जी के नेतृत्व में ट्रस्ट की टीम ने विस्तृत दौरा किया. टीम ने पाली, फदरपुर, कोठवा, भानपुर, जानपुर, नथनपुर और बीरूपुर सहित कई प्रभावित गांवों में पहुंचकर बाढ़ पीड़ित परिवारों की स्थिति का जायजा लिया और उनकी समस्याएं सुनीं. महंत शिवराज दास जी ने मौके पर मौजूद ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि ट्रस्ट हरसंभव मदद करेगा. उन्होंने बताया कि गुरुवार से जानपुर में सामुदायिक रसोई शुरू की जायेगी, जिससे प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्ध कराया जायेगा. इसके साथ ही बीरूपुर गांव में सूखा राशन-जिसमें आटा, चावल, दाल, तेल, नमक और अन्य आवश्यक सामान वितरित किया जायेगा. दौरे के दौरान ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने तत्काल जरूरतमंद परिवारों तक पीने का पानी, बिस्कुट आदि जैसी वस्तुएं पहुंचायी. महंत शिवराज दास जी ने कहा कि बाढ़ के कारण जिन लोगों के घर डूब गये हैं या आजीविका प्रभावित हुई है, उनकी मदद प्राथमिकता के आधार पर की जायेगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राहत कार्य सिर्फ एक-दो गांव तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि जरूरत के अनुसार पूरे टाल क्षेत्र में फैलाया जायेगा. ग्रामीणों ने ट्रस्ट के इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे समय में निजी संस्थाओं की मदद से उन्हें काफी राहत मिल रही है, क्योंकि कई जगहों पर सरकारी मदद अभी तक नहीं पहुंची है.
——————————————————————————————-बाढ़ प्रभावित छात्रों के लिए नवोदय प्रवेश परीक्षा आवेदन की तिथि 27 अगस्त तक बढ़ीबड़हिया. जवाहर नवोदय विद्यालय, बड़हिया के वर्ग छह में प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि अब 27 अगस्त तक कर दी गयी है. पहले यह तिथि 13 अगस्त निर्धारित थी, लेकिन क्षेत्र में आई बाढ़ से विद्यार्थियों को हो रही परेशानियों को देखते हुए तिथि बढ़ाने का निर्णय लिया गया. विद्यालय के प्राचार्य नवीन कुमार सिन्हा ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों के कई छात्र समय पर आवेदन नहीं कर पा रहे थे, इसलिए उन्हें अवसर देने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है. उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील किया है कि समय-सीमा के भीतर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी करें.
————————————————————————-स्वास्थ्य विभाग बाढ़ प्रभावित इलाकों में शिविर लगाकर लोगों का कर रहा इलाजफोटो संख्या 14- रामचंद्रपुर में शिविर लगाये स्वास्थ्य कर्मीप्रतिनिधि, लखीसराय. जिले में बाढ़ आपदा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलंत व स्थित चिकित्सा दल को लगाया गया है. जो बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों का इलाज कर रही है. इस संबंध में डॉ जूली ने बताया कि बड़हिया, पिपरिया व सदर प्रखंड बाढ़ से प्रभावित है. जहां चलंत एवं स्थित चिकित्सा दल अपने अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठा पूर्वक कर रही है. उन्होंने बताया कि पिपरिया प्रखंड के मुड़वरिया, हसनपुर, वलीपुर एवं रामचंद्रपुर में चिकित्सा दल द्वारा 475 लोगों का इलाज किया गया. वहीं बड़हिया प्रखंड के फदरपुर पाली पंचायत, जगनानी धर्मशाला, नगर परिषद, गिरधपुर टाल क्षेत्र में चलंत चिकित्सा दल द्वारा 325 मरीजों का इलाज किया गया. वहीं लखीसराय सदर प्रखंड में एनडीआरएफ की नाव की मदद हरुहर नदी से सटे प्रभावित इलाकों में चिकित्सीय सेवा प्रदान कर 138 मरीजों का इलाज किया गया.
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