सूर्यगढ़ा. पटना स्थित जगजीवन राम शोध संस्थान के सभागार में आयोजित दो दिवसीय बिहार साहित्य महोत्सव में सूर्यगढ़ा के साहित्यकार डॉ विजय विनीत को उनके महाप्राण निराला की एक कविता पर सारगर्भित उच्च स्तरीय शोध-आलेख के लिए उन्हें अंग वस्त्र, स्मृति चिह्न, सर्टिफिकेट व स्मारिका से सम्मानित किया. यह सम्मान उन्हें बिहार साहित्य महोत्सव परिवार के अध्यक्ष डॉ कमल किशोर वर्मा, सचिव मो. नसीम अख्तर, कोषाध्यक्ष डॉ सीमा रानी द्वारा संयुक्त रूप से डॉ विनीत सम्मानित करते हुए उनके शोध आलेख की भूरि-भूरि प्रशंसा की. बिहार साहित्य महोत्सव के तत्वावधान में बीते 15-16 फरवरी को आयोजित साहित्य के इस महाकुंभ का उद्घाटन मुख्य अतिथि अपर निदेशक बिहार संग्रहालय डॉ अशोक कुमार सिन्हा, विशिष्ट अतिथि डॉ.उषा सिन्हा एवं डॉ भगवती प्रसाद द्विवेदी के हाथों संयुक्त रूप से हुआ. इस महोत्सव में कवि-सम्मेलन, मुशायरा, शोध-आलेख, साहित्य-संवाद, पुस्तक लोकार्पण, पुस्तक-समीक्षा, परिचर्चा के अतिरिक्त बिहार की आंचलिक भाषाओं- भोजपुरी, मैथिली, मगही, अंगिका और बज्जिका की भी सहभागिता रही. महोत्सव में देश के करीब 100 से अधिक साहित्यकार शामिल हुए. इसके लिए डॉ विजय विनीत को लोजपा के लोकप्रिय नेता रविशंकर सिंह ””अशोक””, साहित्यकार प्रो.अंजनी आनंद, प्रिंसिपल टिजो थॉमस, संस्थापक विजय कुमार यादव, इंद्रदेव यादव, डॉ. धीरेंद्र मोहन मिश्र, प्रध्यापक प्रेम रंजन कुमार आदि ने बधाई दी है.
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