लखीसराय. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रखंड के सभी आशा को गैर संचारी एवं कृमि मुक्ति दिवस के लिए एकदिवसीय प्रशिक्षण दिया. जिसमे गैर संचारी के संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग में किस तरह की मुश्किल का सामना करना पर रहा है, इसपर चर्चा की गयी. साथ ही जिले में 4 मार्च को शुरू होने वाले कृमि मुक्ति दिवस के शुरुआत के लिए प्रशिक्षण दिया गया. जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया कि लखीसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रशिक्षक केंद्र के प्रभारी डॉ किशोर कुणाल एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज द्वारा राष्टीय कृमि मुक्ति दिवस के लिए प्रखंड के सभी आशाओं को प्रशिक्षण दिया गया है. इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ये है की जो भी बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं, उनका लिस्ट बनाकर केंद्र को देना है, साथ ही इन सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलानी सुनिश्चित हो. उन्होंने बताया कि बच्चों को साल में एक बार कृमि से छुटकारा पाने के लिए ये दवा जरूर खाना चाहिए. अगर एल्बेंडाजोल की गोली साल में एक बार खा लें तो बच्चों को कृमि से पूर्णरूपेण छुटकारा मिल जायेगा एवं वो एनीमिया या कुपोषण के शिकार नहीं होंगे, साथ हो उनका मानसिक विकास भी अवरूद्ध नहीं होगा. डॉ कुणाल ने बताया की इस प्रोग्राम के लिए पुरे जिले में कुल 6,28,155 बच्चों का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें जिले के सभी स्कूल चाहे सरकारी हो या प्राइवेट हो, एवं सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1-19 साल के बच्चों को ये दवा खिलायी जानी है, वैसे तो ये कार्यक्रम 4 मार्च को ही होना तय है, परंतु जो बच्चे इस दिन दवा खाने से छूट जाते हैं तो उन्हें 7 मार्च को आगंवाड़ी केंद्र पर सेविका द्वारा खिलाया जायेगा. इसके लिए सभी आशा को ये निर्देश दिया गया है को उपस्थिति पंजी में चार मार्च को दवा खाने वाले बच्चों के नाम के आगे एक निशान एवं 7 मार्च को दवा खाने वाले बच्चों के उपस्थिति में दो निशान लगाने हैं. जो बच्चे बीमार हैं या किसी तरह का दवा सेवन कर रहे हैं. उन्हें ये दवा नहीं खिलाना है. याद रखें बच्चों के नाखून नहीं बढ़ने दें, हाथ साफ कर ही खाना खाने के लिए प्रेरित करें, एवं खुले में शौच जाने से बचने के लिए प्रेरित करें, साथ ही खाली पैर नहीं रहने दें.
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