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जीआरपी के लिए बनेगा रैन बसेरा

थाना के लिए भी होगा भवन निर्माण, रेलवे के खाली जमीन का किया निरीक्षण लखीसराय : आरपी के जवानों व कनीय पदाधिकारी की परेशानी जल्द दूर होगी. दिन भर ड‍्यूटी के बाद आराम करने में उन्हें इधर-उधर परेशान होना पड़ता है. इससे निजात दिलाने को लेकर उच्चाधिकारी द्वारा कवायद शुरू कर दी गयी है. किऊल […]

थाना के लिए भी होगा भवन निर्माण, रेलवे के खाली जमीन का किया निरीक्षण

लखीसराय : आरपी के जवानों व कनीय पदाधिकारी की परेशानी जल्द दूर होगी. दिन भर ड‍्यूटी के बाद आराम करने में उन्हें इधर-उधर परेशान होना पड़ता है. इससे निजात दिलाने को लेकर उच्चाधिकारी द्वारा कवायद शुरू कर दी गयी है. किऊल जीआरपी के डीएसपी रजनीश कुमार, सहायक रेल मंडल अभियंता अभिषेक साव एवं थानाध्यक्ष अशोक कुमार द्वारा जीआरपी के लिए रैन बसेरा व कंप्यूटर तकनीक सिस्टम को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए भवन निर्माण को लेकर रेलवे की खाली पड़ी जमीन की खोजबीन हो रही है. वर्तमान में किऊल जीआरपी थाना का भवन काफी संकीर्ण है. दो छोटा मालखाना, एक हाजत एवं एक कमरा के सहारे थाना संचालित हो रहा है. थाना भवन की संकीर्णता को दूर करने एवं कंप्यूटर सिस्टम से लैस आधुनिक थाना भवन निर्माण की रूप रेखा तैयार की जा रही है.
वहीं जवानों के विश्राम के लिए जीआरपी छावनी बैरक का भी निर्माण होगा. जीआरपी थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि वर्तमान में जीआरपी बैरक में 50 जीआरपी जवान रह रहे हैं. शेष 50 से 60 जीआरपी जवानों को विश्राम करने के लिए इधर से उधर भटकना पड़ता है. जबकि जीआरपी के 20 पदाधिकारी व कनीय पदाधिकारी के रहने की व्यवस्था भी नहीं है. जीआरपी के पदाधिकारी वर्तमान में आपसी समझौता के साथ एक खुला बरामदा जैसे कमरे में रहने को विवश हैं. उन्होंने बताया कि 100 जवानों के अलावे दस होमगार्ड की भी जीआरपी में नियुक्ति होनी है. वर्तमान में एवान्डेड रेल प्राथमिक विद्यालय में कुछ जीआरपी जवानों के साथ अन्य जवान रह रहे हैं. इसके अलावे भी किऊल में अन्य पुलिस बल के रहने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. किऊल रेल सहायक मंडल अभियंता अभिषेक साव ने बताया कि जीआरपी किऊल डीएसपी रजनीश कुमार व जीआरपी निरीक्षक अशोक कुमार को भवन निर्माण के लिए दो तीन स्थल को दिखाया गया है. इन अधिकारियों द्वारा स्थल चयन करने के बाद आगे की कार्रवाई की जा सकती है.

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