सोनोचरका : पत्थर थाना क्षेत्र के चरैया गांव से सटे नक्सल प्रभावित चरैया डैम के पास बुधवार की रात नक्सलियों ने एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी. मृतक की पहचान खैरा थाना क्षेत्र के पनभरवा गांव निवासी राम लखन यादव के 30 वर्षीय पुत्र कुणाल यादव के रूप में की गयी है. मृतक कुणाल खैरा व चरकापत्थर क्षेत्र में पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर सड़क निर्माण का काम करवाता था.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पुलिस ने बुधवार की रात घटनास्थल पर जाने से परहेज किया. गुरुवार की सुबह एसएसबी के सहायक कमांडेंट गौतम कुमार के नेतृत्व में एसएसबी जवान व झाझा एसडीपीओ बिनोद कुमार के नेतृत्व में थानाध्यक्ष शंकर दयाल प्रभाकर सहित चरकापत्थर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गयी व शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेज दिया.
कनपट्टी व गरदन में मारी गोलीहत्यारों ने कुणाल की कनपट्टी व गरदन पर बहुत करीब से दो गोली मारी थी जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. घटना की सूचना पाकर सुबह मृतक के परिजन भी वहां पहुंच गये थे. घटनास्थल पर कारतूस के दो खोखे व नक्सलियों द्वारा फेंके गये तीन परचे को पुलिस ने कब्जे में लिया. परचे में लिखी बातों से यह आसानी से समझा जा सकता है कि मामला लेवी से जुड़ा है. नक्सलियों ने परचे में स्पष्ट लिखा कि पार्टी से बिना इजाजत रोड बनवाने वाले कुणाल यादव को मौत की सजा दी गयी है.
पूरे मामले पर चरकापत्थर थानाध्यक्ष शंकर दयाल प्रभाकर कुछ भी बताने से कतराते रहे. वे घटना को नक्सली घटना मानने पर भी पूरी तरह सहमत नहीं दिखे. साला ने दर्ज करायी प्राथमिकी, तीन नामजदमृतक का साला डाढ़ा गांव निवासी देवनंदन यादव के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है, जिसमें तीन लोगों को नामजद करने की भी बात सामने आ रही है. पुलिस इस बात को लेकर जांच में जुटी है कि मृतक कुणाल पनभरवा से चरैया तक रात में किस परिस्थिति में आया.
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि शाम में कुणाल को मोबाइल पर फोन कर बुलाया गया था. इसके बाद वह घर से निकला परंतु लौट कर नहीं आ सका. कयास लगाया जा रहा है कि नक्सलियों की गिरफ्त में आने के बाद नक्सली उसे लेकर चरैया इलाके में आये. चरैया गांव से तकरीबन पांच सौ मीटर दूर चरैया डैम के पास लाकर उसे गोली मार दी.
बताया जाता है कि कुणाल एक संवेदक के साथ उनके काम को पेटी कॉन्ट्रैक्ट में करता था. खैरा थाना क्षेत्र के अलावा वह चरकापत्थर थाना क्षेत्र में भी सड़क निर्माण करवा रहा था. सूत्र की मानें तो लेवी को लेकर वह नक्सलियों का कोपभाजन बना. इधर घटना को लेकर क्षेत्र में दहशत है.