लखीसराय: जिले में बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के जीर्णोद्धार एवं मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर चला कर पानी से घिरे लोगों को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है. बाढ़ पीड़ितों के बीच बिना किसी भेदभाव हरेक प्रकार का राहत एवं बचाव कार्यक्रम उदारता पूर्वक चलाये जायेंगे. उपरोक्त बातें बिहार सरकार के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य सह जिला 20 सूत्री प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने शुक्रवार को जिला अतिथिगृह में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान व्यक्त की.उन्होंने कहा कि पिपरिया, खुटहा सहित टाल के अन्य इलाकों से भी बाढ़ का पानी धीरे धीरे घटने लगा है.
इससे जनजीवन सामान्य होने लगा है. उन्होंने कहा कि जिले में जल जमाव एवं बाढ़ के दौरान मरे हुए मवेशियों, जीव जंतुओं के चलते संभावित महामारी की समस्याओं से बचाव के लिए युद्धस्तर पर ब्लीचिंग पाउडर, गेमैक्सीन, केरोसिन तेल, फिनाइल एवं अन्य रासायनिक तत्वों का छिड़काव किया जायेगा. उन्होंने कहा कि जिले में अभी तक कुल 25 राहत शिविर का समुचित तरीके से संचालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लखीसराय में बाढ़ की आपदा प्रारंभ होते ही जिलेवासियों की मानवीय सेवा के लिए तत्पर हूं.
बाढ़ पीड़ितों के राहत एवं पुर्नवास के लिए समुचित तरीके से आपदा प्रबंधन प्राधिकार के नियमानुसार हर संभव राहत एवं सहायता उनके द्वार तक पहुंचाये जायेंगे. उन्होंने कहा कि जिलेवासियों की सेवा के लिए अंगद की भांति पैर जमा करई मानदारी पूर्वक शिरकत कर रहा हूं. मंत्री ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा में भी आपदा सहायता कार्यक्रम पीड़ितों के दरवाजों तक पहुंचाये जायेंगे. इसके पूर्व बड़हिया प्रखंड के खुटहा ग्राम पंचायत में सड़क का निरीक्षण करने गये थे. प्रेस वार्ता के दौरान जिप अध्यक्ष रामशंकर शर्मा, रामानंद मंडल, डीएम सुनील कुमार, डीडीसी रमेश कुमार एवं एसडीएम अंजनी कुमार के अलावे अमरेश कुमार अनिश, आशुतोष कुमार, नंद कुमार साव, सियाराम सिंह, लाला बाबू आदि भी मौजूद थे.