गरमी बढ़ते ही बाजारों में शीतल पेय की बिक्री बढ़ी
Advertisement
शीतल पेय लेने से पहले बरतें सावधानी
गरमी बढ़ते ही बाजारों में शीतल पेय की बिक्री बढ़ी लखीसराय : गरमी का मौसम शुरू होते ही धूप कड़ी होने लगी है. धूप व गरमी से राहत के लिए बाजारों में जगह-जगह लस्सी, बेल शरबत, अमझोरा, सत्तू, आम रस जैसे शीतल पेय की दुकानें सजने लगी हैं. ये शीतल पेय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक […]
लखीसराय : गरमी का मौसम शुरू होते ही धूप कड़ी होने लगी है. धूप व गरमी से राहत के लिए बाजारों में जगह-जगह लस्सी, बेल शरबत, अमझोरा, सत्तू, आम रस जैसे शीतल पेय की दुकानें सजने लगी हैं. ये शीतल पेय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. और गरमी से राहत भी देते हैं, लेकिन इसे पीने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें. अधिकतर दुकानों में साफ-सफाई का अभाव रहता है. ऐसे में इन दुकानों पर बना शीतल पेय नुकसान भी पहुंचा सकता है.
बरतें सावधानी
आम तौर पर इन दुकानों में साफ-सफाई का विशेष ख्याल नहीं रखा जाता है. पीने से पहले देख लें कि कहीं दुकानदार जूस निकालने के लिए सड़े गले फलों का तो इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं या फिर पानी, दूध, दही आदि को सही तरीके से ढंक कर रखा गया है या नहीं. सड़क किनारे दुकानें सजी होने से धूल आदि उड़ कर इस शीतल पेय में चला जाता है. मक्खियां एवं कीड़े भी शीतल पेय के अंदर चले जाते हैं. ऐसे दुकानों से लेकर शीतल पेय या जूस नहीं पीना चाहिये.
बोले ग्राहक
अंकित केडिया ने कहा कि खुले में बिकने वाला शीतल पेय का सेवन नहीं करना चाहिये. वे सत्तू, बेल आदि का शरबत घर पर ही बनाकर पी लेते हैं. बाहर बिकने वाले पेय पदार्थों को पीने से बीमार पड़ने का खतरा बना रहता है. शिक्षक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि लस्सी, आमझोरा, बेल का शरबत, सत्तू आदि पीने के पहले इस बात का ध्यान रखना पड़ता है कि दुकान में सफाई का ख्याल रखा गया है या नहीं. समानों को ढक कर रखना जरूरी है.
कहते हैं चिकित्सक
चिकित्सक डाॅ उपेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि गरमी के दिनों में तरल पेय पदार्थ स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी होता है, लेकिन यह जरूरी है कि वह कैसे वातावरण व किस स्थान पर कितनी स्वच्छता से बनाया जा रहा है. अगर ऐसा नहीं है तो वह स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह है. बीमारी को दावत देने वाला है. बाजार में शीतल पेय बनाने के दौरान अक्सर साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है. इससे डायरिया व पेट संबंधित बीमारियों का खतरा बना रहता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement