आवश्क चीजों पर जारी रहे सब्सिडी
वित्तमंत्री अरुण जेटली आज लोकसभा के पटल पर वर्ष 2016-17 का आम बजट पेश करनेवाले हैं. जिले में आम बजट को लेकर आमलोगों व व्यवसायियों की अलग-अलग अपेक्षाएं व आशाएं हैं. लोगों को उम्मीद है कि विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों पर सरकार नियंत्रण रखे. आवश्क दवाओं की कीमत कम की जाये ताकि गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगी समेत अन्य लोगों को राहत मिल सके.
लखीसराय : आज जारी होनेवाले आम बजट को लेकर जिले के लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं. इस बाबत लोगों ने अपनी-अपनी राय दी.पवन सिंह: उम्मीद है कि सरकार आम जनता को ध्यान में रखते हुए आम बजट पेश करेगी. टैक्स स्लेब में बढ़ोतरी की जानी चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने संचय किये धन को छिपायें नहीं.
चंदन कुमार: आम बजट जनता के लिये होनी चाहिए. एजुकेशन व एग्रीकल्चर पर सरकार का विशेष फोकस हो. आवश्यक चीजों पर सब्सिडी जारी रहनी चाहिए.
गौतम कुमार: केंद्र सरकार आम बजट में लोगों को राहत देने का काम करे, ताकि महंगाई के जमाने में जनता अपने रोजमर्रा के खर्चों से निजात पा सके. गंभीर बीमारियों की आवश्यक दवाएं बजट में सस्ती कर सरकार आम जनता को राहत पहुंचाने का काम करे.
मनोज कुमार: आम बजट समाज के अंतिम व्यक्ति को ध्यान में रखकर पेश किया जाये. सरकार कीमतों पर नियंत्रण रखे. कोई टैक्स की बढ़ोत्तरी न हो. गरीबों के लिये जितनी योजनाएं चल रही है उसे यथावत रखा जाये.
विकास सिंह: शिक्षा, कृषि व उधोग धंधे को बढ़ावा देने वाला बजट हो. योजनाएं धरातल पर उतरे, सरकार को इसका इंतजाम करना होगा.
रूपम कुमारी: बजट में दैनिक उपयोग की चीजों के अलावे कंप्यूटर को भी सस्ता किया जाये. इससे छात्रों को अत्याधुनिक शिक्षा में आसानी होगी. बजट निम्न व मध्यम वर्ग के लोगों का विशेष ख्याल रखा जाये.
नितेश कुमार: बजट लोगों के हित में होनी चाहिए. ऐसा नहीं कि राजस्व पूर्ति के लिये जरूरी सामान पर भी मंहगाई का बोझ डाल दिया जाये. दैनिक उपयोग की चीजों की कीमतें बढेगी तो लोगों को जीने के लिये भी संघर्ष करना होगा.
अशोक शर्मा: बजट में मंहगाई पर लगाम लगाया जाय ताकि मध्यम वर्गीय परिवार का गुजारा हो सके. जिससे बच्चों का भरण-पोषण सही ढंग से हो पायेगा. महंगाई ने सिर्फ गरीबों को ही नहीं अमीरों को भी कहीं का नहीं छोड़ा है. आम बजट से मंहगाई पर लगाम लगाया जा सके, यही उम्मीद है.