पहाड़कट्टा पोठिया प्रखंड अंतर्गत डॉ कलाम एग्रीकल्चर कॉलेज के छात्रों ने मंगलवार को मात्स्यिकी महाविद्यालय स्थित फिशरीज फार्म का प्रैक्टिकल सह एक्सपोजर विज़िट किया. यह कार्यक्रम पाठ्यक्रम एएई-211 के अंतर्गत डॉ शोजी लाल बैरवा सहायक प्राध्यापक-सह-जूनियर वैज्ञानिक के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया. विज़िट के दौरान छात्रों ने डॉ नरेश राज कीर,सहायक प्राध्यापक एक्वाकल्चर तथा मात्स्यिकी महाविद्यालय की तकनीकी टीम से एक्वाकल्चर प्रथाओं और मत्स्य उद्यमिता से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त की. कॉलेज परिसर में मौजूद हैचर्री यूनिट,प्रजनन प्रणाली, सीड उत्पादन सुविधाओं और विभिन्न प्रायोगिक इकाइयों का अवलोकन कराया गया,जहाँ छात्रों को मछली पालन के व्यावहारिक पहलुओं का प्रत्यक्ष अनुभव मिला. विशेष सत्र में छात्रों को जल गुणवत्ता प्रबंधन,स्टॉकिंग डेंसिटी,आहार प्रबंधन,रोग नियंत्रण,कटाई तकनीक तथा एक्वाकल्चर की संपूर्ण उत्पादन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही मत्स्य उत्पादन की अर्थशास्त्र,लागत संरचना, लाभप्रदता और बिहार में प्रमुख मत्स्य प्रजातियों आईएमसी, कैटफ़िश, झींगा तथा अलंकारिक मछलियों की बाजार मांग पर भी चर्चा की गई. यह एक्सपोज़र विज़िट छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हुई, जिसने उन्हें मत्स्य क्षेत्र में उपलब्ध उद्यमिता अवसरों जैसे सीड उत्पादन, ग्रो-आउट फार्मिंग, फीड आपूर्ति, मूल्य संवर्धन एवं विपणन चैनलों के बारे में व्यावहारिक समझ प्रदान की. इस भ्रमण ने कक्षा आधारित ज्ञान को फील्ड आधारित अनुभव से जोड़ते हुए छात्रों में तकनीकी कौशल और उद्यमी दृष्टिकोण को और सुदृढ़ किया.
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