ठाकुरगंज. ठाकुरगंज से सुबह के वक्त कटिहार जाने वाले यात्री परेशान हैं , सुबह सवा पांच बजे कटिहार जाने वाली ट्रेन यदि छूट गई तो अगली ट्रेन 10 घंटे बाद मिलेगी. यात्रियों को पूर्णिया या कटिहार जाने के लिए ट्रेन नहीं रहने के कारण बस के सहारे रहना पड़ता है . बस में यात्रियों को तिगुना किराया देने को बाध्य पड़ रहा है . ठाकुरगंज से कटिहार की पहली ट्रेन सुबह सवा पांच बजे है. सिलीगुड़ी से कटिहार के बीच चलने वाली यह डेम्यु ट्रेन ठाकुरगंज से सुबह सवा पांच बजे खुलने के बाद 9 : 45 पर कटिहार पहुंच जाती है , इस ट्रेन के जाने के बाद यदि किसी यात्री को कटिहार जाना है तो उसे दोपहर तीन बजे का इन्तजार करना पड़ेगा . जब सिलीगुड़ी से कटिहार जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस आएगी . इस दौरान यदि किसी यात्री को कटिहार जाना हो तो उसके पास एक मात्र सहारा बस का है जिसमे तिगुना भाड़ा देने को लोग विवश होते है , जहा ट्रेन में यात्रा करने वाले को पेसेंजर ट्रेन में ठाकुरगंज से कटिहार का भाड़ा 40 रुपये लगता है वही एक्सप्रेस ट्रेन में यह भाड़ा 70 रुपये हो जाता है तो बस में यात्रा करने को मजबूर लोगो को ठाकुरगंज से कटिहार का बस भाड़ा 200 रुपये देना पड़ता है जो किसी का भी बजट बिगाड़ने के लिए काफी है.
तीन बजे के बाद चार ट्रेन
जहां सुबह की ट्रेन छुटने के बाद लोगो को कटिहार जाने के लिए 10 घंटा का इन्तजार करना पड़ता है. वहीं 3 बजे के बाद रात 8 बजे के बीच 4 ट्रेन है. पहली ट्रेन सिलीगुड़ी कटिहार इंटर सिटी एक्सप्रेस , फिर चार बजे दिल्ली जाने वाली महानंदा एक्सप्रेस, इसके बाद साढ़े चार बजे पटना जाने वाली कैपिटल एक्सप्रेस तो इसके बाद रात्रि सवा आठ बजे जोगबनी इंटर सिटी एक्सप्रेस से यात्री कटिहार जा सकते आहे लेकिन मुख्य समस्या सुबह के 10 घंटे के दौरान कटिहार के लिए कोई ट्रेन का नहीं होना है. मामले में ठाकुरगंज रेल यात्री समिति के संयोजक सह ठाकुरगंज के मुख्य पार्षद सिकन्दर पटेल ने सुबह 8 से 10 बजे के बीच कटिहार जाने के लिए एक ट्रेन देने की मांग रेलवे से की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

