किशनगंज
शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज में फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (एफपी-एलएमआईएस) पर एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया. कार्यक्रम में जिले के स्वास्थ्यकर्मियों को आधुनिक ऑनलाइन प्रणाली से परिवार नियोजन साधनों की मांग-आपूर्ति व अनुश्रवण प्रक्रिया में दक्ष बनाया गया. प्रशिक्षण के दौरान पीएसआई श्रीनाथ साहा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अखलाकुर रहमान, बीएचएम, बीसीएम, आशा फैसिलिटेटर और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे.प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि परिवार नियोजन के लिए 12 प्रकार के स्थायी और अस्थायी साधन उपलब्ध हैं, जिनमें कंडोम, अंतरा इंजेक्शन, छाया गोली, माला-एन, आईयूडी सहित अन्य सामग्रियां शामिल हैं. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अखलाकुर रहमान ने कहा कि एफपी-एलएमआईएस के माध्यम से केंद्र स्तर से लेकर सबसे निचले इकाई तक संसाधनों की सटीक जानकारी और समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती है.
एफपी-एलएमआईएस समय की मांग
सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि परिवार नियोजन साधनों की उपलब्धता खंड से लेकर ग्राम स्तर तक लगातार बनी रहनी चाहिए. एफपी-एलएमआईएस जैसी ऑनलाइन प्रणाली समय की आवश्यकता है, जो मांग और आपूर्ति को संतुलित रखते हुए पारदर्शिता सुनिश्चित करती है. स्वास्थ्यकर्मियों को इसका सही प्रशिक्षण मिलने से सेवाएं और प्रभावी होंगी.
डीएम विशाल राज ने जनसंख्या नियंत्रण के साथ स्वस्थ समाज निर्माण में परिवार नियोजन की भूमिका पर बल देते हुए कहा कि परिवार नियोजन सिर्फ संसाधनों की उपलब्धता नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक कर सुरक्षित और योजनाबद्ध जीवनशैली अपनाने का माध्यम है. आधुनिक तकनीक के जरिए सेवाओं की निगरानी और सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी.जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनजिम ने कहा कि एफपी-एलएमआईएस से मांग, भंडारण और आपूर्ति की हर गतिविधि ऑनलाइन दर्ज होगी, जिससे स्टॉक अंतर का पता तुरंत चल सकेगा. पीएसआई श्रीनाथ साहा ने प्रशिक्षण सत्र में लॉजिस्टिक प्रबंधन और अनुश्रवण संबंधी तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया.
स्वस्थ और योजनाबद्ध समाज की दिशा में मजबूत कदम
कार्यक्रम के अंत में यह सहमति बनी कि स्वास्थ्यकर्मियों की क्षमता-वृद्धि, संसाधनों की उपलब्धता और समुदाय में जागरूकता, तीनों मिलकर परिवार नियोजन सेवाओं को व्यवहारिक रूप से मजबूत बनाएंगे.
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