ठाकुरगंज प्रखंड क्षेत्र में शीतलहर का कहर जारी है. बुधवार को अहले सुबह घना कोहरा व पछुआ हवा के कारण आम जनमानस की परेशानी बढ़ गयी है. शीतलहर और कड़ाके की ठंड के बीच आम लोगों की दिनचर्या पूरी तरह ठप पड़ गई है. दिनभर धूप के दर्शन लोगो को नहीं हुए. दिन के नौ बजे तक कोहरे का कहर जारी रहा. जिस कारण ठंड व कंपनी काफी बढ़ गयी है. ठंड के कारण बाजार में सन्नाटा पसरा रहा . बढ़ती ठंड के कारण रिक्शा, ठेला, चालक खेतों में पटवन करने वाले, कुदाल चलाने वाले मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गयी है. ठंड की वजह से काम पर निकलना जटिल हो गया है. लोग ठंड से जंग लड़ने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं. दिन भर गर्म कपड़ों से तन को ढके रखते हैं. कनकनी के कारण मवेशी पलकों के सामने जहां चारा का संकट उत्पन्न हो गया है. स्थानीय अस्पतालों व निजी चिकित्सकों के यहां सर्दी, खांसी के रोगियों में इजाफा देखा जा रहा है. स्थानीय लोगों ने ठंड के मद्देनजर चौक- चौराहों पर अलाव जलाने व निर्धन परिवारों के बीच कंबल वितरण की मांग की है. दरअसल, हिमालय की तराई और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी का असर इलाके में देखने को मिल रहा है. इसके कारण बर्फीली पछुआ हवा लोगों के आम जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रही है. इसका असर शीतलहर के रूप में देखा जा रहा है .
चौक-चौराहों पर अलाव जलाने की मांग
इलाके में जारी भीषण शीतलहर के बीच प्रशासन द्वारा अब तक चौक-चौराहों व झुग्गी- झोपड़ियों में अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. जिसके कारण खास तौर पर गरीब, मजदूर, रिक्शा चालक जैसे लोगों को शाम ढलने के बाद काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए तत्काल गरीब बस्तियों एवं शहर के चौक-चौराहों पर लकड़ी उपलब्ध करवा कर अलाव जलाने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

