ठाकुरगंज. भारत सरकार वर्ष 2025 तक देश को टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. इसको लेकरठाकुरगंज प्रखंड की भातगांव पंचायत में बलगम जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें पीएचसी ठाकुरगंज की टीम, ब्लॉक कम्युनिटी मॉनिटरऔर ब्लॉक हेल्थ मैनेजर की उपस्थिति रही. शिविर के दौरान लक्षणयुक्त व्यक्तियों के बलगम का संग्रह कर उन्हें जांच के लिए भेजा गया. टीबी एक जानलेवा लेकिन इलाज योग्य बीमारी है. यह मुख्यतः फेफड़ों को प्रभावित करता है और लंबे समय तक खांसी, बुखार, वजन घटना और भूख न लगने जैसे लक्षण देता है. इसका समय पर इलाज न हो तो यह न सिर्फ मरीज को गंभीर रूप से बीमार करता है, बल्कि उसके परिवार और समाज को भी खतरे में डालता है. सरकार द्वारा निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीजों को इलाज के दौरान पोषण सहायता भी दी जाती है, ताकि वे इलाज के दौरान स्वस्थ बने रहें. साथ ही, निक्षय मित्र योजना के तहत कोई भी व्यक्ति या संस्था मरीज की मदद कर सकती है. टीबी मुक्त पंचायत अभियान केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह सामाजिक बदलाव की पहल है. जब कोई पंचायत टीबी मुक्त होती है तो वहां बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ता है, इलाज में लापरवाही कम होती है,और स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा बढ़ता है. प्रत्येक चिन्हित पंचायत में प्रति 1000 जनसंख्या पर 50 लक्षणयुक्त व्यक्तियों की जांच की जाती है. यदि दो या उससे कम मरीज पाए जाते हैं और पंचायत के 80 प्रतिशत राजस्व ग्राम सामान्य पाए जाते हैं, तो वह पंचायत टीबी मुक्त घोषित की जा सकती है.
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