किशनगंज : सूबे में शुक्रवार से पूर्ण शराबबंदी के लागू किये जाने के बाद शराब की लत से छुटकारा पाने के लिए स्थानीय एक युवक स्वयं सदर अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती होने जा पहुंचा. स्थानीय नेपालगढ़ कॉलोनी निवासी युवक के नशा मुक्ति केंद्र पहुंचते ही डॉक्टरों की टीम ने जहां आवश्यक परीक्षण प्रारंभ कर दिया वहीं ड्यूटी पर तैनात काउंसर ने भी जांचोपरांत उसे नशे के गिरफ्त में पाये जाने के बाद उसका इलाज भी प्रारंभ कर दिया. वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर युवक ने बताया कि शराब से बुरी चीज इस जहां में दूसरा कोई नहीं है.
यार दास्तों के संगत में पड़ कर शौकिया तौर पर कुछ दिनों तक सेवन करने तथा शुरूर का लुत्फ उठाने की चाहत ने उसे नशे का आदि बना दिया था. उसने बताया कि आभूषण के दुकान में कारीगरी कर जो कुछ भी कमाता था सारा का सारा नशे की भेंट चढ़ जाता था. प्रारंभिक दिनों में हालांकि परिजनों ने उसे रोकने की काफी चेष्टा की थी परंतु उसने परिजनों के सुझाव को भी अनसुना कर दिया था. आखिरकार 24 घंटे नशे में धुत्त रहने के कारण परिजन भी धीरे धीरे उससे कन्नी काटने लगे थे. इसी दरम्यान 6 माह पूर्व जब उसकी शादी हो गयी और नई नवेली दुल्हन घर आ गयी इसके बावजूद भी वह नशे की लत से अपना पीछा ना छुड़ा सका. नतीजतन धीरे धीरे घर में कलह ने अपना घर बसा लिया और
उसका वैवाहिक जीवन परेशानियों से घिर गया. आखिरकार अपने पारिवारिक जीवन को बेपटरी होता देख जब उसने शराब को तौबा करने की ठान ली तो परिजनों के साथ साथ पत्नी ने भी उसके हौसला अफजाई में कोई कोर कसर बांकी नहीं रखा.नतीजन परिजनों की प्रेरणा के बाद आखिरकार उसने नशा मुक्ति केंद्र तक पहुंचने व खुद को नशा मुक्त करने का संकल्प ले लिया.