भाजपा नेता दिलीप पटेल ने रेल प्रशासन से मांग की है कि यात्रियों के समस्या को देखते हुए शेड को जल्द बढ़ाया जाय. वहीं भाजपा नगर संयोजक प्रताप नारायण मंडल, कांग्रेस के शाद अहमद, आप के जाहिद हुसैन, जदयू किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव ओमप्रकाश भारती, नागरिक संघर्ष समिति के हाजी शाह जहां शाद ने रेल प्रशासन से मांग की है कि यदि शीघ्र ही प्लेटफॉर्म संख्या एक पर यात्री शेड नहीं बढ़ाया गया तो यात्री हित में आंदोलन चलाया जायेगा.
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फारबिसगंज रेलवे स्टेशन: यात्री खुले में करते हैं ट्रेन का इंतजार
फारबिसगंज: भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित अति महत्वपूर्ण फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर यात्री शेड नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कटिहार-जोगबनी बड़ी रेल लाइन आमान परिवर्तन कार्य के पूरा होने के बाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर जो यात्री शेड बनाया गया है, वह इतना छोटा […]
फारबिसगंज: भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित अति महत्वपूर्ण फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर यात्री शेड नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कटिहार-जोगबनी बड़ी रेल लाइन आमान परिवर्तन कार्य के पूरा होने के बाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर जो यात्री शेड बनाया गया है, वह इतना छोटा है कि अधिकतर यात्रियों को खुले आसमान के नीचे ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है.
गरमी में धूप, बरसात में बारिश के पानी व ठंड में कुहरा से बचाव के लिए यात्री अपने समानों को कंधे पर लेकर छोटे से शेड में ही पनाह लेते हैं. इस क्रम में यात्रियों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
आंदोलन की चेतावनी
फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर यात्री शेड को बढ़ाने की मांग रेलवे प्रशासन से कई बार की जा चुकी है. विभिन्न राजनैतिक दलों व संस्थानों से जुड़े लोगों ने समस्या का समाधान शीघ्र नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है. वरिष्ठ समाज सेवी सह जदयू नेता अजय कुमार झा ने कहा कि फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर यात्री शेड छोटा होने के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है और रेल प्रशासन इस दिशा कुंभ करनी निंद्रा में सो रहा है, इससे बाध्य होकर यात्रियों के हित में आंदोलन किया जायेगा. रेलवे उपभोक्ता फोरम के सदस्य विनोद सरावगी ने कहा कि सीमांचल व चितपुर एक्सप्रेस ट्रेन में 23-24 बोगी होती है. इसमें मात्र तीन बोगी ही शेड के सामने रह पाती है. बाकी शेड से बाहर रहती है. एसी बोगी तो शेड से बाहर ही रह जाता है. यही नहीं यात्री ट्रेन में भी कमोबेश यही स्थिति रहती है. बावजूद इसके इस दिशा में रेल प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है. इसके कारण यात्री सहित आम लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है. राष्ट्रीय रेल सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य बछराज राखेचा ने कहा कि जब भी सलाहकार समिति की बैठक होती है उसमें शेड बढ़ाने के मुद्दे को उठाया जाता है, पर दिये गये प्रस्ताव पर भी पहल नहीं की जाती है. उन्होंने कहा कि पूर्व डीआरएम अरुण कुमार शर्मा से भी कहा गया था कि प्लेटफॉर्म के माल गोदाम से उजाड़े गये शेड को ही इस जगह लगा दिया जाय. उन्होंने सहमति भी जतायी थी, पर अधिकारियों ने इसकी अनदेखी कर दी.
कहते हैं डीआरएम
फारबिसगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक यात्री शेड बढ़ाये जाने के विषय पर एनएफ रेलवे कटिहार के डीआरएम उमाशंकर सिंह यादव ने कहा कि यात्री शेड बढ़ाये जाने के लिए संबंधित स्टेशन को कुछ मापदंड पूरा करना पड़ता है. इसमें टिकट की बिक्री आदि शामिल है. यदि फारबिसगंज स्टेशन मापदंड पूरा करता है, तो वे अपने स्तर से शेड को बढ़ाने का प्रस्ताव भेजेंगे. मंजूरी होने पर शेड बढ़ाया जायेगा.
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