राहुल, किशनगंज
किशनगंज के लिए वर्ष 2025 उपलब्धियों, मानव संसाधन में मजबूती और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार का आधारभूत वर्ष साबित हुआ. गुणवत्ता आधारित स्वास्थ्य सेवाओं के लिए यह वर्ष महत्त्वपूर्ण इसलिए भी रहा क्योंकि प्राथमिक से लेकर जिला स्तर तक जांच, इलाज, रेफरल, आपदा-तैयारी और समुदाय आधारित सेवाओं में ठोस प्रगति दर्ज हुई. डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने कहा की इस वर्ष 13 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर राज्य स्तरीय एनक्वास प्रमाणन में सफल रहे, जिनमें टेढ़ागाछ प्रखंड के झाला, किशानंज के गाछपाड़ा और मोतिहारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ने गुणवत्ता प्रदर्शन में राष्टीय स्तर पर नेतृत्व दिखाया. सक्रिय एचडब्लूसी की संख्या 146 से बढ़कर 174 होना और 212 एएनएम व 06 एमबीबीएस डॉक्टरों की तैनाती ने जिले में मातृ-शिशु स्वास्थ्य, गैर-संचारी रोग, टीबी और परिवार नियोजन सेवाओं की उपलब्धता को और मजबूत किया.गुणवत्ता मूल्यांकन में प्रगति-13 संस्थान राज्य प्रमाणन तक पहुंचे
सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने बताया की 2025 का लक्ष्य था गुणवत्ता के लिए आधार तैयार करना और प्राथमिक स्तर पर अधिकतम संस्थानों को प्रमाणन के मानकों तक लाना. 13 एचडब्लूसी का राज्य स्तरीय प्रमाणन हमारे दिशा-निर्देशन की पुष्टि है. 2026 में एपीएचसी और सीएचसी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित कराने की तैयारी की जाएगी, ताकि मरीजों को गुणवत्ता-आधारित सेवा सहज मिले. डीपीसी विश्वजीत कुमार ने कहा कि जिले में 174 सक्रिय एचडब्लूसी के साथ एसडीजी-3 के लक्ष्य के अनुरूप समुदाय में उपचार की पहुंच मजबूत हो रही है जो की स्वास्थ्य सेवाओं का लक्ष्य है कि मरीज का पहला संपर्क ही गुणवत्तापूर्ण हो. एचडब्लूसी की बढ़ी संख्या का सीधा लाभ जिसमे गांव में ही एनसीडी स्क्रीनिंग, परिवार नियोजन परामर्श, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएँ, एनीमिया व टीबी की जांच और दवा उपलब्धता ये सब एक ही छत के नीचे. 2025 ने इसी नींव को मजबूत किया. मानव संसाधन में वृद्धि जिसमें 212 एएनएम् , 06 एमबीबीएस , 05 आयुष चिकित्सकों से सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित किया जायेगा. विशेषज्ञों की उपलब्धता से जिला अस्पताल में सर्जरी, बाल स्वास्थ्य और आपात सेवाओं में निरंतरता आई है. एएनएम की संख्या बढ़ने से एंटीनेटल केयर, टीकाकरण, परिवार नियोजन और जन-जागरूकता की रफ्तार भी तेज हुई है. यह मानवीय निवेश सतत विकास लक्ष्य के मूल में है.जांच क्षमता में स्वावलंबन-40 प्रकार की जांच निःशुल्क
डीपीएम डॉ मुनाजिम ने बताया कि अब मरीजों को शुगर, किडनी, लीवर, हार्ट, हेपेटाइटिस, टायफाइड, थायराइड जैसी 40 आवश्यक जांचें सदर अस्पताल में मुफ्त मिलती हैं. इससे जिले के हजारों मरीजों को आर्थिक राहत और उपचार की निरंतरता मिली है. यह जिला अस्पताल की आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है. वहीं जिले में आपदा-तैयारी और बाल स्वास्थ्य- 50-बेड फील्ड हॉस्पिटल, पीकू सेवाओं से गंभीर उपचार स्थानीय स्तर पर बनाया गया है. जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि फील्ड हॉस्पिटल और पीकू सेवाएं केवल संरचना नहीं, बल्कि दीर्घकालिक स्वास्थ्य-सुरक्षा हैं. हमारा प्रयास है की गंभीर बच्चों का इलाज जिले में हो, और किसी आपदा की स्थिति में उपचार बाधित न हो. हर महीने की समीक्षा और फील्ड भ्रमण का लक्ष्य है अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाना.राष्ट्रीय उन्मूलन लक्ष्य- परिवार नियोजन, टीबी, कालाजार व फाइलेरिया पर केंद्रीकृत प्रयास
सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने बताया कि सतत विकास लक्ष्य के अनुरूप 2025 में परिवार नियोजन परामर्श, टीबी रोगियों की खोज, कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में आईआरएस एवं दवा उपलब्धता, और फाइलेरिया एमडीए अभियान को गति दी गई.इन पहलों के साथ एचडब्लूसी में एफबी परामर्श, टीबी रोगियों की पहचान, कालाजार केस रिफरल और एमडीए कवरेज में बढ़ोतरी दर्ज हुई. नए भवन एवं समुदाय आधारित संरचना 22 भवन और 70 नई आशा से स्वास्थ्य नेटवर्क मजबूत 22 नई इमारतें और 70 नई आशा के जुड़ने से समुदाय तक जागरूकता व सेवा-संचार की क्षमता बढ़ी. इससे परिवार नियोजन, प्रसवपूर्व-परामर्श, टीकाकरण, पोषण और एमडीए कवरेज में निरंतरता बनी रही.2026 की दिशा- राष्ट्रीय प्रमाणन, रेफरल में कमी और विशेषज्ञ सेवाओं का विस्तार
सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने आगे कहा की 2025 में हमने स्वास्थ्य सेवाओं की जड़ें मजबूत कीं. 2026 में राष्ट्रीय प्रमाणन, विशेषज्ञ उपलब्धता और रेफरल कम करने पर ध्यान होगा. जिला छोड़ने की मजबूरी कम हो यही हमारा लक्ष्य है. 2025 ने बनाई मजबूत नींव, 2026 देगा गति लक्ष्य वही: अंतिम व्यक्ति तक गुणवत्ता-युक्त सेवा वर्ष 2025 में मानव संसाधन, गुणवत्ता मूल्यांकन, स्वास्थ्य अवसंरचना, जांच क्षमता, सामुदायिक भागीदारी और आपदा-प्रबंधन के क्षेत्र में जो प्रगति हुई, उसने किशनगंज को एसडीजी-3 के लक्ष्य- “सभी के लिए स्वास्थ्य” की दिशा में ठोस आधार दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

