खगड़िया. बिहार के गांवों में चली बदलाव की बयार और महिला स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण की झलक महिला संवाद कार्यक्रम में दिखने लगा है. संवाद कार्यक्रम में राज्य सरकार की योजनाओं से लाभान्वित होकर अब आर्थिक तौर पर सशक्त हुई महिलाएं, हर उम्र की महिलाओं के साथ उच्च एवं व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त कर रही छात्राएं भी अपने जीवन में आये बदलाव को साझा कर रही है. विकास से अछूते रह गए लोगों को तरक्की करने के लिए प्रेरित कर रही हैं. अपनी ही भाषा में अपने बीच के लोगों को गांव के किसी नुक्कड़ पर या किसी चौराहे पर, किसी सामुदायिक स्थल पर आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में गांवों में हुए विकास और बदलाव के बयार को सुना रही है. यूं तो यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए एवं महिलाओं द्वारा ही आयोजित है. लेकिन कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पुरुष वर्ग भी विकास की गाथा को स्वीकार कर रहे हैं. अपने घर-गांव की महिलाओं के माध्यम से गांव के लिए नई योजनाएं एवं सुविधाओं के लिए सिफारिश कर रही हैं. सभी चाहते हैं कि गांव में चल रहे विकासात्मक कार्यों को और गति मिले और गांव से अछूते रह गई सुख -सुविधाएं और योजनाएं ग्रामीणों को मिले. महिला संवाद कार्यक्रम बिहार सरकार की पहल है. जो ग्रामीण विकास विभाग के तत्वाधान में जीविका दारा आयोजित किया जा रहा है. जीविका अपने ग्राम संगठन द्वारा यह कार्यक्रम रही है. महिला संवाद कार्यक्रम अपने आयोजन का 50 दिन पूरा कर चूकी है. 50 दिनों में ग्रामीण महिलाओं की गांव के विकास, बच्चों की शिक्षा एवं उनके अधिकार तथा महिलाओं के अधिकारों के प्रति एकजुटता, सामाजिक कुरीतिओं के उन्मूलन, ऋण की राशि का सही सदुपयोग एवं जीविका समूह से जुड़कर जीवन में बदलाव एवं खुशहाली आदि पर चर्चा एवं संकल्प ले रही हैं.
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