गोगरी. 10वीं व 12वीं की परीक्षा में फेल हुए छात्र-छात्राओं को एक वर्ष खराब नहीं हो इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से बिहार मुक्त विद्यालय शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड (बीबॉस) के माध्यम से परीक्षा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए 10वीं व 12वीं की परीक्षा में फेल हुए छात्र-छात्राओं से विद्यालय के प्रधानाध्यापक को टोला सेवक की सहायता से संपर्क स्थापित किया जा रहा है. ताकि परीक्षा के लिए फॉर्म भर सकें. माध्यमिक शिक्षा के डीपीओ ने बताया कि 10वीं की परीक्षा में फेल हुए बच्चों का एक साल बर्बाद नहीं हो. इसके लिए भी बॉस के माध्यम से परीक्षा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. इस कार्य के लिए विद्यालय प्रधानाध्यापक और टोला सेवकों को लगाया गया है. इन्हें प्रतिदिन 10 बच्चों व उनके अभिभावकों से संपर्क स्थापित करते हुए और भरवाने का लक्ष्य दिया गया है. उन्हें यह समझना व बताना है कि इसके माध्यम से परीक्षा देने पर एक साल खराब नहीं होगा. साथ ही सरकार का यह बोर्ड है. आगे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. इसका फॉर्म ऑनलाइन के माध्यम से भरा जायेगा. बताया कि बोर्ड के माध्यम से फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 31 में निर्धारित है. सरकार की ओर से एक निर्धारित शुल्क लिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि समय रहते सभी का फॉर्म भर दिया जायेगा. बता दें कि इस बोर्ड के माध्यम से उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राएं आगे की पढ़ाई के लिए कहीं भी नामांकन कर सकते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है