परेशानी. सेविकाओं की हड़ताल से नौनिहालों को नहीं मिल रहे पूरक आहार
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58 हजार से अधिक बच्चे प्रभावित
परेशानी. सेविकाओं की हड़ताल से नौनिहालों को नहीं मिल रहे पूरक आहार जिले की आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका बीते 27 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जिले में संचालित 1459 आंगनबाड़ी केंद्रों के 58 हजार 360 बच्चों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ पर किसी का ध्यान नहीं है. खगड़िया : जिले के नौनिहालों […]
जिले की आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका बीते 27 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जिले में संचालित 1459 आंगनबाड़ी केंद्रों के 58 हजार 360 बच्चों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ पर किसी का ध्यान नहीं है.
खगड़िया : जिले के नौनिहालों को बीते पांच दिन से पुरक आहार नहीं मिल रहा है. 58 हजार से अधिक बच्चों का भविष्य दांव पर लगा है. लेकिन हड़ताल समाप्त कराने के लिए अब तक कोई पहल नहीं हुआ है. मालूम हो कि जिले के आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका बीते 27 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. जिले में संचालित 1459 आंगनबाड़ी केंद्र के 58 हजार 360 बच्चों के भविष्य के साथ हो रही खिलवाड़ पर किसी का ध्यान नहीं है. एक तरफ विभाग सेविका के उचित मांगों पर चुप्पी साधे सरकार की कार्रवाई का इंतजार कर रहा है, तो दूसरी तरफ आंगनबाड़ी संघ अपनी 12 सूत्री मांगों पर डटी है.
सरकार एक तरफ महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण तथा 35 प्रतिशत नौकरी में आरक्षण देने की घोषणा किया है तो दूसरी तरफ इन आंगनबाड़ी सेविका को मिलने वाली प्रतिमाह टेक होम राशन के वितरण का दायित्व जीविका को दे दिया गया है.वहीं विभाग द्वारा टेक होम राशन के वितरण के लिए लाखों रुपये आवंटन बीते वर्ष किया गया था. लेकिन जीविका द्वारा सदर प्रखंड क्षेत्र के कुछ ही पंचायतों में टेक होम राशन का वितरण किया गया .शेष राशि जीविका के खाता का अब भी शोभा बढ़ा रहीं है. जिलाधिकारी जय सिंह द्वारा आइसीडीएस निदेशालय पटना को 22 जुलाई को टेक होम राशन के वितरण में जीविका द्वारा की गयी अनियमितता से संबंधित मार्गदर्शन की मांग किया गया था इसके आलोक में निदेशालय द्वारा टेक होम राशन का वितरण करने के लिए 25 जनवरी 2016 को पुन: आंगनबाड़ी सेविका को टेक होम राशन वितरण करने का निर्देश दिया है.
क्या है टेक होम राशन : जिले के प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र के लिए प्रतिमाह 9 हजार 651 रुपये विभाग द्वारा आवंटित किया जाता है. जिसमें आंगनबाड़ी सेविका द्वारा 88 गर्भवती महिलाओं को तीन किलो चावल डेढ़ किलो दाल, और अति कुपोषित बच्चों के लिए चार किलो चावल एवं दो किलो दाल तथा कुपोषित बच्चों के लिए ढाई किलो चावल एवं सवा किलो दाल दिया जाता है. कुल 56 लाभार्थियों के बीच पोषाहार का वितरण किये जाने का प्रावधान है. लेकिन प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बीते कई माह से टीएचआर का वितरण नहीं किया जा रहा है.वहीं बीते 12 माह से प्रखंड क्षेत्र के पोषाहार बंद है. इस बारह माह के अंदर मात्र 4 माह के पोषाहार की राशि विभाग द्वारा आवंटित किया गया है.
कहती हैं संघ के मंत्री: आंगनबाड़ी सेविका संघ के जिला महामंत्री निर्मला कुमारी ने बताया कि माह फरवरी 2016 से सेविका सहायिका का मानदेय विभाग द्वारा नहीं दिया गया है पोषाहार एवं टीचआर बंद है. सेविका सहायिका से सिर्फ काम लिया जाता है. मानदेय एवं पोषाहार की मांग पर अधिकारियों द्वारा सेविका सहायिकाओं को स्पष्टीकरण पूछा जाता है .उन्होंने बताया कि संघ के 12 सूत्री मांग जब तक सरकार व विभाग द्वारा पूरा नहीं किया जाता है. तब तक अनवरत हड़ताल जारी रहेगा.
कहती हैं कार्यक्रम पदाधिकारी
आइसीडीएस के डीपीओ प्रियंका कुमारी ने बताया कि विभागीय आदेश के अनुपालन में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सदर के द्वारा जीवन ज्योति जीविका को 14 अक्तूबर 2015 को 29 लाख 67 हजार 678 रुपये टेक होम राशन वितरण के लिए आवंटित किया गया था.1459 केंद्र के विरुद्ध मात्र 100 केंद्र पर टेक होम राशन की आपूर्ति की गयी थी .वितरण में गुणवत्ता उपयुक्त नहीं पायी गयी इसके विरुद्ध जिलाधिकारी के द्वारा निदेशालय से मार्गदर्शन को मांग पर पुन: आंगनबाड़ी सेविका को टेक होम राशन आपूर्ति के लिए स्वीकृति दी गयी है. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका के मांग पत्र को सरकार को भेज दी गयी है. उन्होंने कहा कि विभागीय निर्देश के आलोक में आवंटन के आधार पर पोषाहार राशि वितरण किया गया है.
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