-कृषि विज्ञान केंद्र के समन्वयक डॉ ब्रजेंदू ने दी जानकारीफोटो है. 14 व 15 मेंकैप्सन: प्रशिक्षण देते समन्वयक डॉ ब्रजेंदू व उपस्थित किसान 60 दिवसीय प्रशिक्षण आरंभखगडि़या.बेहतर उपज को लेेकर जिले के किसान सलाहकार को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 60 दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हुई. उपस्थित किसान सलाहकार को उन्नत उपज के लिए कृषि विज्ञान केंद्र के समन्वयक डॉ ब्रजेंदू ने कई जानकारी दी. साथ ही किसान सलाहकारों व किसानों से समस्याओं की जानकारी ली. किसानों द्वारा बताये गये समस्याओं के निराकरण की जानकारी दी गयी. प्रशिक्षक डॉ मनोज कुमार राय, डॉ अनीता कुमारी ने किसान सलाहकारों को बताया कि वर्तमान समय में बढ़ती जनसंख्या के कारण लगातार कृषि जोत की भूमि घटती जा रही है. इसके कारण समुचित मात्रा में पौष्टिक खाद्य पदार्थ का उत्पादन में कमी आ रही है. इस परिस्थिति में मशरूम की खेती अत्यधिक लाभप्रद है. क्योंकि मशरूम में प्रोटीन, विटामिन व खनिज लवण प्रचुर मात्रा में पाये जाते है. उन्होंने कहा कि छोटे से छोटे जमीन में सुगमता पूर्वक फसल उगाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि किसी तरह की फसल में डीएपी के जगह एसएसपी के व्यवहार करने पर उक्त जमीन के मिट्टी की उर्वरा शक्ति बरकरार रहती है. मौके पर दर्जनों किसान थे.
मशरूम उत्पादन का मिला प्रशिक्षण
-कृषि विज्ञान केंद्र के समन्वयक डॉ ब्रजेंदू ने दी जानकारीफोटो है. 14 व 15 मेंकैप्सन: प्रशिक्षण देते समन्वयक डॉ ब्रजेंदू व उपस्थित किसान 60 दिवसीय प्रशिक्षण आरंभखगडि़या.बेहतर उपज को लेेकर जिले के किसान सलाहकार को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 60 दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हुई. उपस्थित किसान सलाहकार को उन्नत उपज के लिए […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement