प्रखंड के जोरावरपुर पंचायत अंतर्गत नया गांव में मंगलवार को संतोषी स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. मौके पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने कहा कि अपने पुरखों को याद करने की परंपरा भारतीय संस्कृति में समृद्धि का प्रतीक है. संतोषी सिंह एक संत प्रकृति के व्यक्ति थे.
उन्होंने परिवार में रहते हुए वैराग्य का निर्वहन किया. समरस समाज की स्थापना के लिए संतोषी बाबू ने आजीवन कार्य किया. इस मौके पर किसानी करने वाले लोगों के जीवन में आने वाली कठिनाइयों पर भी चर्चा की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जिप अध्यक्ष सत्यदेव हजारी मिश्र ने किया.
जबकि मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष रामानुज चौधरी, विशिष्ट अतिथि पूर्व जिप अध्यक्ष सुशीला देवी, पूर्व जिप उपाध्यक्ष सुमिता देवी राय, प्रमुख गायत्री देवी, खजरैठा मुखिया मनोरमा कुमारी आदि अतिथि के रूप में मौजूद थे. मौके पर बच्चा कांत झा, अरूण कुमार, मदन मोहन सिंह, प्रमोद चौधरी, भरत यादव, रमेश चंद्र राय, उदय कांत चौधरी, शंभु शरण मिश्र आदि ने अपने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम का आयोजन पूर्व जिप सदस्य पुनीता देवी व शैलेश सिंह ने किया.