– 2017 की बाढ़ में ध्वस्त हुई थी सड़क, आठ साल बीतने के बावजूद नहीं हुई मरम्मत – बरसात में बांस की बनी चचरी पुल पर किराया देकर आवागमन करते हैं लोग हसनगंज प्रखंड स्थित जगरनाथपुर पंचायत की नयाटोला गांव के पास दो लोकसभा, दो विधानसभा व दो प्रखंड क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क लगभग आठ वर्षों से खाई में तब्दील है. वर्ष 2017 की आयी बाढ़ में सड़क ध्वस्त हुई है. जिसका आजतक ना ही मरम्मति और ना ही पुनर्निर्माण कराया गया है. बुधवार की दोपहर लगभग 12 बजे आने जाने वाले राहगीर सहित ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. लोगों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अगर यह सड़क नहीं बनी तो हमलोग वोट का बहिष्कार करेंगे. साथ ही चुनाव में मत नहीं डालेंगे. यह सड़क हसनगंज व कोढ़ा दो प्रखंडों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क नया टोला गांव समीप है. सड़क 2017 में आई प्रलकारी बाढ़ में ध्वस्त हुई है. ग्रामीणों ने स्पष्ट तौर पर बताया है कि सड़क निर्माण को लेकर कई बार जनप्रतिनिधि से लेकर पदाधिकारी तक को सूचना दी गई है. अब तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. सिर्फ बड़े-बड़े नेताओं द्वारा आश्वासन मिला है. बताया किसी तरह बालुनुमा डायवर्सन होकर हमलोगों को आवाजाही करना पड़ रहा है. बरसात में आवाजाही दौरान काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. जब डायवर्सन में पानी भर जाता है, तो बांस की चचरी का पुल आवाजाही का मात्र एक सहारा होता है. जिसमें 20 रुपए देकर आना जाना करना पड़ता है. सुखाड़ के दिनों में खाई के बगल से बना डायवर्सन भी बालूनुमा होने के कारण किसानों को किसानी में काफी असुविधाएं उठानी पड़ती है. इस समस्या को लेकर नुजरुल हक, काजी, मंटू कुमार महतो आदि ने कहा कि यह सड़क दो प्रखंड को जोड़ती है. बावजूद अब तक सड़क निर्माण कार्य नहीं होना बड़ी दुर्भाग्य की बात है. कहा की 2017 के अगस्त माह में आई बाढ़ में यह सड़क बीचों बीच कट कर खाई बन गया है. लगभग आठ साल बितने को है, बावजूद सड़क में ना ही मिट्टी डाला गया और ना ही पुल-पुलिया बनाया गया. कई बार सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शन भी किया गया है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. जबकि करोड़ों रुपए खर्च कर चारों तरफ सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. पर इस खाई में तब्दील सड़क पर किसी की नजर नहीं पहुंच रही है. आसपास के ग्रामीण व दूर दराज के लोगों को इस होकर चलने में काफी खतरा साबित हो रहा है. मौके पर लोगों ने प्रशासन से जल्द सड़क बनाने की मांग की है. कहती हैं बीडीओ मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी रीना कुमारी ने बताया कि संबंधित सड़क का निरीक्षण किया जायेगा. वर्तमान स्थिति को देखते हुए पंचायत समिति फंड से अगर बनता है तो बनाने का प्रयास किया जायेगा नहीं तो वरीय पदाधिकारी को रीपोर्ट की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है