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स्वास्थ्य व शिक्षा की हालत बदतर, विशेष चिकित्सकों की कमी, डॉ शकील

स्वास्थ्य व शिक्षा की हालत बदतर, विशेष चिकित्सकों की कमी, डॉ शकील

कटिहार बेरोजगारी के साथ बेहतर स्वास्थ्य व शिक्षा का आभाव भी बिहार में पलायन की सबसे बड़ी वजह है. जनकल्याणकारी योजना में बिहार सरकार हर मामले में विफल है. उक्त बातें कांग्रेस विधायक दल के नेता सह कदवा विधायक डॉ शकील अहमद खान ने कही. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 वर्षों के कार्यकाल में जितना विकास होना चाहिए वह नहीं हो पाया. यहां तक की सभी जन कल्याणकारी योजना में फेलियर साबित हुए हैं. कदवा विधायक डॉ शकील अहमद खान जिला अतिथि गृह में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बिहार के शिक्षा, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, आपदा तथा विद्युत समस्या आदि को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर बरसे. विधायक ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में हर जगह सिर्फ बड़े-बड़े बिल्डिंग ही बन रही है. उस बिल्डिंग के अंदर जो मरीज को सेवा मिलनी चाहिए. वह अभी भी कोसों दूर है. उन्होंने कहा कि जहां पर 10 डॉक्टरों की आवश्यकता है. वहां पर मात्र एक डॉक्टर के भरोसे ही पूरे स्वास्थ्य व्यवस्था चल रही है. विधायक खान ने कहा कि कटिहार जिले की ही बात करें तो 100 बेड का सदर अस्पताल भवन तो भव्य रूप से बन गया है. यहां पर डॉक्टर की घोर कमी है. स्पेशलिस्ट डॉक्टर न के बराबर है, जो संसाधन होना चाहिए वह संसाधन भी मौजूद नहीं है. सबसे बड़ी बात पारामेडिकल स्टाफ पूरे बिहार में सबसे कम है. विधायक ने कहा कि अन्य राज्यों की अपेक्षा बिहार में डॉक्टर को जो सुविधा मिलनी चाहिए वह भी नहीं मिल रही है. इससे भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि पीएमसीएच में चार साल की बच्ची की मौत अवयवस्था के कारण ही हुई. शिक्षा के मामले में भी बिहार सरकार को घेरते हुए कहा कि शिक्षा के मामले में बिहार बजट सबसे ज्यादा है. उच्च शिक्षा के लिए छात्राओं को अन्य राज्यों का रुख लेना पड़ता है. एससी, एसटी, ओबीसी, पिछला वर्ग को शिक्षा प्रदान के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही की जाती है. आपदा बन जाता है अवसर विधायक खान ने कहा कि बिहार में आपदा पदाधिकारी और मंत्रियों के लिए किसी अवसर से काम नहीं होता है. बाढ़ सुखाड़ की जब स्थिति आती है तो सब अपनी झोली भरने में लग जाते हैं. विधायक ने कहा कि बाढ़ की स्थिति जानकर घर वाले पहले से अपने आप को तैयार कर लेते हैं. अपने संसाधन को भी दुरुस्त कर लेते हैं. लेकिन बाढ़ जब आती है तो पदाधिकारी से लेकर सरकार बस अपना पुराना गीत गाते हैं. हमारे पास यह संसाधन है हमारे पास इतनी नाव है. इतने अस्पताल, इतने मेडिकल दवाई है. इतना राहत पहुंचा इतने राहत सामग्री बांटी. विधायक ने सीधा आरोप लगाया कि आपदा की स्थिति में सबसे ज्यादा पदाधिकारी से लेकर मंत्री तक अपनी जेब में भरने में लगे रहते हैं. इस अवसर पर गुलाम शहीद, विनोद यादव, संजय कुमार सिंह, पूर्व विधायक सुनीता देवी, पुतुल सिंह, आनंद सिंह, पप्पू सिंह, प्रीतम चक्रवर्ती आदि उपस्थित थे.

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