– घटना में चार मजदूर हुए हैं घायल, दो मजदूरों को बेहतर इलाज के लिए पूर्णिया रेफर किया – दो मजदूर का स्थानीय गांव में कराया गया इलाज फोटो 39,40,41 कैप्शन- रोते बिलखते परिजन, घटना स्थल पर जुटी भीड़, शौचालय की इसी टंकी से घुसे थे मजदूर प्रतिनिधि, कोढ़ा (कटिहार) कोढ़ा प्रखंड के रौतारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत रमेली गांव में गुरुवार को शौचालय निर्माण के दौरान सेफ्टी टंकी की सेंटरिंग हटाते समय टंकी के भीतर जहरीली गैस से दम घुटने से मकान मालिक सहित एक मजदूरों की मौत हो गयी. इस घटना में चार अन्य मजदूर गंभीर हो गये. घायल दो मजदूरों को बेहतर इलाज के लिए पूर्णिया रेफर कर दिया गया जबकि दो मजदूरों का गांव में ही इलाज कराया गया. गुरुवार को रमेली गांव में मनोज महतो के घर शौचालय निर्माण का कार्य चल रहा था. निर्माणाधीन सेफ्टी टंकी का ढक्कन खोलकर सेंटरिंग हटाने का कार्य मजदूर कर रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही पहला मजदूर टंकी में नीचे उतरा, वह कुछ ही पलों में बेहोश हो गया. टंकी के भीतर पहले से मौजूद जहरीली गैस के कारण उसका दम घुटने लगा. जब वह बाहर नहीं निकला तो एक-एक कर अन्य मजदूर भी उसे बचाने के लिए नीचे उतरे. लेकिन सभी गैस की चपेट में आकर बेहोश होते चले गये. मकान मालिक व मजदूर ने भी गंवाई जान स्थिति बिगड़ती देख मकान मालिक मनोज महतो 45 वर्ष स्वयं टंकी में नीचे उतरे. लेकिन वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गये और मौके पर ही दम घुटने से उनकी मौत हो गयी. मजदूर रणजीत सिंह 35 वर्ष विशनपुर मवैया निवासी की भी टंकी के भीतर दम घुटने से मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही रौतारा थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. चार मजदूर गंभीर रूप से घायल हादसे में घायल हुए मजदूरों में विजय कुमार सिंह, विपिन कुमार सिंह, राजा कुमार सिंह और गोलू कुमार शामिल हैं. इनमें से विजय कुमार सिंह और राजा कुमार सिंह की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें तुरंत पूर्णिया सदर अस्पताल रेफर किया गया है. जबकि गोलू और विपिन का प्राथमिक इलाज गांव में ही चल रहा है. स्थानीय निवासी कुशेश्वर सिंह, जिनके परिवार के तीन सदस्य हादसे में घायल हुए हैं. बताया कि टंकी में वेंटिलेशन की कोई व्यवस्था नहीं थी. ना ही गैस जांच कराई गई थी. उन्होंने बताया मेरे भाई और दो बेटे इस हादसे का शिकार हो गये. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मजदूरों में से एक बिनोदपुर गांव से था. जबकि बाकी पांच मजदूर बिशनपुर मवैया गांव के निवासी है. मुखिया प्रतिनिधि ने मानी लापरवाही बहरखाल पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विजय सिंह कुशवाहा ने कहा कि यह हादसा पूरी तरह से सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण हुआ है. टंकी जैसे बंद और गैस युक्त स्थान में काम करने से पहले वेंटिलेशन, सुरक्षा उपकरण और गैस परीक्षण की अनिवार्य व्यवस्था होनी चाहिए थी. अगर ये सावधानियां बरती जातीं, तो शायद यह हादसा टल सकता था. मृतक के परिजनों में मचा है कोहराम हादसे के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मचा है. जबकि गांव में इस बात की सूचना फैलते ही लोगों की भीड़ मौके पर जुट गयी. ग्रामीणों ने कहा कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा उपायों की अनदेखी जानलेवा साबित हुई है. प्रशासन, ठेकेदारों और मजदूरों को इस दिशा में गंभीरता से विचार कर आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने होंगे. ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
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