आजमनगर महानंदा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से प्रखंड क्षेत्र के बैरिया घाट में हो रहे भीषण कटाव को रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य किया जा रहा है. कटाव के कारण गांव के दो हजार से अधिक लोगों का भरोसा बांध विभाग के जेई, एसडीओ एवं एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जैसे अधिकारियों से अब उठने लगा है. कटाव को लेकर लगातार प्रभात खबर प्रमुखता से खबर को प्रकाशित कर रहा है. जिसके बाद एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनिरुद्ध कुमार निरीक्षण के लिए पहुंचे. हो रहे सुराक्षत्मक कार्य में अनियमितता को अपने आंखों से देखने के बाद भी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनिरुद्ध कुमार की मौन सहमति से स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है. कटाव निरोधक कार्य स्थल पर लाभा बाढ़ डिवीजन के सहायक कार्यपालक अभियंता से लेकर कनीय अभियंता तक की मौजूदगी में कार्य किया जा रहा है. कार्य में एनसी में जो बोरी भर कर नदी में शिफ्टिंग की जा रही है. उसमें निर्धारित वजन से कम भरी जा रही है. बगैर मापी सिलाई की जा रही है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक एक बोरी में 45 केजी बालू भरनी है. लेकिन बालू की जगह मिट्टी भरी जा रही है. महानंदा के बढ़ते जल स्तर का दबाव कितना संघर्ष कर पायेगा और तटबंध को कितनी मजबूती दे पायेगी. बैरिया गांव के ग्रामीणों ने कहा कि गांव को सुरक्षित बचाने की जद्दोजहद में विभाग औने-पौने काम कर बैरिया गांव से निकलना चाहती है. जहां तमाम नियम कायदों को दरकिनार कर आनन-फानन में अनियमितता युक्त कार्य किया जा रहा है. जिसमें कार्य की गुणवत्ता पर लोगों द्वारा सवाल खड़े किए जा रहे हैं. निरीक्षण में पहुंचे एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनिरुद्ध कुमार से उनकी उपस्थिति में गुणवत्ताहीन कार्य को देख सवाल पूछे जाने पर चुप्पी साध ली.
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