हसनगंज रामपुर पंचायत के रामनगरवंशी गांव में लाखों की लागत से बना सामुदायिक शौचालय की सफाई नहीं होने व उससे निकलने वाली दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल बना हुआ है. विभागीय उदासीनता के चलते सामुदायिक शौचालय से आमलोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है. सामुदायिक शौचालय सिर्फ शोभा की वस्तु बनी हुई है. मिथुन कुमार व छोटू चौधरी सहित कई लोगों ने बताया कि कई सालों से शौचालय की साफ सफाई नहीं हुई है. साथ ही चापाकल भी कई महीनों से खराब व गायब है. लाखों की लागत से बना सामुदायिक शौचालय बेकार पड़ा हुआ है. जिससे आमलोगों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. सरकार गरीब व भूमिहीन परिवारों के लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया था. ताकि लोग बाहर में शौच जाने से बच पायेंगे. शौचालय की साफ-सफाई को लेकर सूचना देने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जबकि सरकार एक तरफ खुले में शौच से मुक्ति को लेकर कई योजनाएं चला रही है. हम ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. शौचालय में मोटर, नल, सोलर प्लैट आदि लगाया था. फिर पुनः खोलकर संबंधित लोगों के द्वारा लेकर चला गया. सरकार द्वारा लाखों खर्च कर सामुदायिक शौचालय का निर्माण तो कराया गया, लेकिन आज रखरखाव के अभाव में हमलोगों को हाथ में लोटा लेकर खेत में यानी खुले में शौच जाना पड़ता है. मौके पर ग्रामीणों ने विभाग से सामुदायिक शौचालय की रखरखाव व साफ सफाई की मांग की है. कहती हैं बीडीओ बीडीओ रीना कुमारी ने कहा कि संबंधित सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया जायेगा. वर्तमान स्थिति को देखते हुए सुचारू रूप से साफ सफाई कराया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

