आबादपुर बारसोई प्रखंड क्षेत्र में कार्यरत मनरेगा मजदूरों को पांच माह से मजदूरी नहीं मिली है. लंबे समय से मजदूरी का भुगतान नहीं होने के चलते क्षेत्र के मनरेगा मजदूर इन दिनों भुखमरी के कगार पर आ खड़े हो गये हैं. गौरतलब हो कि ग्राम स्तर पर लोगों को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश से मनरेगा योजना की शरुआत की गयी थी. पर बारसोई प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा मजदूरों की दुर्दशा को देखकर ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार की उक्त महत्वकांक्षी योजना अब अपने उद्देश मे से विफल साबित हो रही है. ज्ञात हो कि आर्थिक रूप से कमजोर मनरेगा मजदूरों के पास इतनी पर्याप्त राशि नहीं होती है कि वे मजदूरी भुगतान के अभाव में ज्यादा दिनों तक अपने परिवार का भरण पोषण कर सके. ऐसे में उन्हें यदि चार-पांच महीनों तक मजदूरी नहीं दी जाय तो उनके समक्ष रोजी-रोटी के लाले पड़ जाते है. भुखमरी की नौबत आ जाती है. नतीजन थक हार कर व मायुस होकर मजदूर पलायन को मजबूर हो जाते हैं. मामले में देखा जाय तो मजदूरों को मनरेगा से रोजगार मुहैया कराने के दावे पर सवाल उठना बिल्कुल लाजमी है. इस संबंध में आक्रोश व्यक्त करते हुए गुरुवार क्षेत्र के मनरेगा मजदूरों ने अविलंब मजदूरी के भुगतान की मांग की है. अन्यथा सडक पर उतर कर आंदोलन करने की चेतावानी दी है. मनरेगा कार्यालय को घेरने की बात कही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

