– लोगों में ना तो पुलिस का भय और न ही कानून का डर प्रतिनिधि, कटिहार डंडखोरा थाना में शराब के मामले में गिरफ्तार आरोपित को छुड़ाने को लेकर शनिवार को ग्रामीणों ने थाना में हमला कर दिया. लोगों ने थाना में तोड़फोड़ कर पुलिस के साथ मारपीट कर घायल कर दिया. पुलिस ने थाना में हमला को देख लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया. इस दौरान पुलिस पदाधिकारी ने कई राउंड फायरिंग भी किया. बताते चले की जिले की यह पहली घटना नहीं है. इस तरह की कई घटनाएं जिले में घटित हुई है. लोगों ने थाना से या फिर आरोपित को गिरफ्तार करने गयी पुलिस टीम पर हमला कर आरोपित को छुड़ाया है. उन लोगों में मानो पुलिस एवं कानून व्यवस्था का जरा भी डर नहीं है. आखिर सवाल यह उठता है की ऐसी परिस्थिति ही क्यों उत्पन्न होती है. निश्चित तौर पर कहीं ना कहीं पुलिस व स्थानीय लोगों में सामंजस्य की कमी हो गयी है. केस स्टडी- 1 बरारी थाना क्षेत्र में शराब के मामले में छापेमारी करने गयी पुलिस टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला बोल दिया था. जिसमें कई पुलिस पदाधिकारी घायल हो गये थे. जिन मामलों में स्थानीय थाना में कई नामजद व अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी. केस स्टडी -2 मनिहारी थाना क्षेत्र में अपराधी को गिरफ्तार करने गयी पुलिस टीम पर अपराधी एवं उसके परिजनों ने हमला कर अपराधियों को छुड़ा लिया था. इस मामले में कई पुलिस पदाधिकारी को चोटे भी आयी तथा अपराधी को भगाने के लिए घटना स्थल पर कई चक्र परिजन व अपराधी के सहयोगियों ने फायरिंग भी की. केस स्टडी- 3 प्राणपुर थाना के रोशना ओपी में बाढ़ पीड़ितों के लिए ले जा रहे बाढ़ राहत सामग्री को कुछ लोगों ने जबरन रोक लिया. जब उस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित को पकड़कर थाना लेकर पहुंची तो सैकड़ों की भीड़ उसे छुड़ाने के लिए थाना में हमला बोल दिया. थाना कार्यालय में तोड़ फोड़ किया तथा वहां रखे कई वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. केस स्टडी-4 कचना ओपी में एक शराब कारोबारी को गोली मारकर हत्या के मामले में स्थानीय ग्रामीणों व लोगों का आक्रोश फुट गया. जिसके बाद पुलिस व पब्लिक के बीच ठन सी गयी. लोगों ने थाना के पास घंटो आगजनी करते हुए पुलिस प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी की. इस क्रम में पुलिस की ओर से समझाने बुझाने के क्रम में लोगों की पुलिस पदाधिकारी से हाथा पायी हो गयी. केस स्टडी -5 सुधानी ओपी में आपसी विवाद के मामले में पुलिस की ओर से एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए मामले में एक पक्ष के आरोपित को गिरफ्तार कर थाना लेकर पहुंच गये थे. बस क्या था इस बात की सूचना पर सैकड़ों लोग थाना पहुंच गये और पुलिस पदाधिकारी पर रूपये लेकर कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए थाना में जमकर तोड़ फोड़ की. जिसकी सूचना पर पुलिस के वरीय पुलिस पदाधिकारी वहां पहुंचकर किसी प्रकार मामले को शांत कराया. हालांकि उसके बाद ओपी प्रभारी को संस्पेंड कर दिया गया. केस स्टडी- 6 फलका थाना क्षेत्र में प्राथमिकी आरोपित की गिरफ्तारी करने गये थानाध्यक्ष को सैकड़ों स्थानीय लोगों ने बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट किया. थानाध्यक्ष पर शराब के नशे में छेड़खानी का आरोप लगाते हुए उसे बंधक बना लिया. इस बात की जानकारी मिलते ही कटिहार के तत्कालिन एसपी सिद्धार्थ मोहन जैन पुलिस दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंची तथा लोगों को समझा बुझाकर थानाध्यक्ष को ग्रामीणों के कैद से छुड़ाया. केस स्टडी- 7 कोढ़ा थाना क्षेत्र के विंजी गांव में आर्म्स एक्ट के आरोपित को पकड़ने गयी पुलिस पदाधिकारी पर लोगों ने हमला बोलकर मुख्य आरोपित एवं उसके सहयोगी को छुड़ाया. जिसमें दो दरोगा सहित चार पुलिस कर्मी घायल हो गये थे. केस स्टडी- 8 मनिहारी थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ दुष्कर्म कर उसके हत्या के मामले में स्थानीय लोगों ने एक आरोपित को पकड़कर पुलिस के सुपूर्द किया. लेकिन आरोपी को पुलिस के द्वारा छोड़े जाने की सूचना पर स्थानीय लोगों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया था. जिसमें थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गये थे.
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