आजमनगर आजमनगर व सालमारी थाना क्षेत्र में महानंदा नदी किनारे विभिन्न जगहों पर इन दिनों खनन माफियाओं की सक्रियता काफी बढ़ गयी है. जेसीबी मशीन लगा कर बालू का अवैध खनन किया जा रहा है. इस दिशा में खनन विभाग की मौन दशा व स्थानीय प्रशासन का नजरअंदाज करना इन दिनों खनन माफियाओं के हौसले को बुलंद किया जा रहा है. महानंदा नदी किनारे खनन कर बालू को बाजार में ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं. बिहार सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चुना लगाया जा रहा है. बहरखाल, झौआ से लेकर आजमनगर, धबौल सहित कई अन्य जगहों पर महानंदा तटबंध के किनारे सफेद बालू का खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है. प्रखंड व थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाली महानंदा नदी के कोख से सफेद बालू की तस्करी धंधेबाजों द्वारा जोरों से की जा रही. सड़कों के रास्ते ले जा रही सफेद बालू से भरी वाहनों पर प्लास्टिक तक नहीं दिया जाता है. उड़ रहे बालू व धूल,कण के शिकार राह चल रहे वाहन चालक होते हैं. छोटी बड़ी दुर्घटनाऐं घटती रहती है. जबकि नीतीश सरकार के मुख्य एजेंडाओं में शामिल खनन नियमावली भी लागू है. स्थानीय ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रति टेलर 800 से 900 रुपये सफेद बालू बेची जा रही है.
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