– रजिस्ट्रेशन कराने आये सभी सात छात्र- छात्राओं का नाम नहीं आने से हैरत में अभिभावक – परीक्षा नियंत्रक का दावा छात्रों ने जमा नहीं किया था सीएलसी व माइग्रेशन कटिहार पूर्णिया विवि का एकमात्र जिले का अनुमंडल स्तरीय अंगीभूत इकाई आरडीएस कॉलेज प्रशासन की लापरवाह का खामियाजा सात छात्र- छात्राओं को चुकाना पड़ सकता है. कॉलेज के सात छात्र- छात्राओं का नामांकन रिसिप्ट ग्रांट होने के बाद नामांकन लिया गया. इसके एवज में ऑनलाइन पेमेंट भी काटा गया. अब जब रजिस्ट्रेशन कराने की बारी आयी तो कॉलेज के शिक्षकों द्वारा यह कहा जा रहा है कि सभी सातों का नामांकन ग्रांट हुआ ही नहीं. इससे सभी सात छात्र- छात्राओं के अभिभावक हैरान हैं. मामला तब उजागर हुआ जब अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोज कुमार पोद्दार ने शिक्षकों को इससे अवगत कराया. मनोज कुमार पोद्दार एवं बासु कुमार का कहना है कि पूर्णिया विवि है, छात्रों के साथ कुछ भी संभव है. उनलोगों का कहना है कि अगर इस तरह किया गया है तो निसंदेश शिक्षकों के द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है. उनलोगों ने बताया कि सकरातु कुमार महलदार हिन्दी, संदीप कुमार स्नातक अर्थशास्त्र, नीरज कुमार साहा राजनीत शास्त्र, अबरे रेशम दर्शनशास्त्र, नवजीत कुमार अंग्रेजी एवं पूनम कुमारी इतिहास विषय में नामांकन के पांच माह बाद जब रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे तो उनलोगों का नामांकन ग्रांट नहीं होने की जानकारी काॅलेज के शिक्षकों के द्वारा दी गयी. उसके बाद सभी छात्र व उनके अभिभावक परेशान हैं. उनलोगों ने बताया कि पहले प्रमाण पत्र सत्यापित कराने के बाद रिसिप्ट ग्रांट कराने के बाद नामांकन ऑनलाइन कराया था. कॉलेज प्रशासन की ओर से नामांकन फॉर्म के लिए प्रमाण पत्रों के लिए तीन शिक्षकों को डिपुट किया गया था. जिसमें पल्लव कुमार, मनोज एवं अली अहमद को लगाया गया था. प्रमाण पत्र सत्यापन के बाद रिसिप्ट ग्रांट के बाद अब कहा जा रहा है कि उनलोगों का नामांकन ग्रांट नहीं हो पाया है. मामले को लेकर सभी छात्र- छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ कॉलेज पहुंचकर रोष प्रकट करेंगे. ऐसा अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य का कहना है. समय पर जमा नहीं किया गया था सीएलसी व माइग्रेशन नामांकन ग्रांट नहीं होने का मामला संज्ञान में आया है. इसमें छात्र- छात्राओं की गलती है. प्रमाण पत्र सत्यापित के बाद रिसिप्ट कराने के बाद ग्रांट कराने के लिए कॉलेज आना था. लेकिन रिसिप्ट लेकर छात्र आये ही नहीं है. साथ ही माइग्रेशन व सीएलसी भी इन छात्र- छात्राओं द्वारा जमा नहीं किया गया था. इसके लिए पन्द्रह दिन फिर एक माह का समय दिया गया था. लेकिन समय पर नहीं पहुंचे. जिस वजह से नामांकन ग्रांट नहीं हो पाया होगा. बहरहाल नामांकन रसीद मिलान के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. प्रफुल्ल कुमार, परीक्षा नियंत्रक, आरडीएस कॉलेज सालमारी
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