सिर्फ हुई विभागीय खानापूर्ति कटिहार जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से परिवार नियोजन की प्रचार प्रसार को लेकर लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं, बल्कि इस परिवार नियोजन की सफलता को लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र में कई संगठन भी इसमें कम कर रही है. लेकिन परिवार नियोजन के मामले में कटिहार जिला अभी भी दूसरे कुछ जिलों से पिछले पायदान पर है. महिला बंध्याकरण में भले ही अन्य जिलों को कटिहार जिला पीछे छोड़ा हुआ हो लेकिन पुरुष नसबंदी के मामले में अभी भी पीछे है. इसका कारण है कि विभाग की ओर से जन जागरूकता को लेकर ज्यादा फोकस नहीं करना. जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से मिशन परिवार विकास अभियान के तहत सदर अस्पताल परिसर में बुधवार को स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया, जहां परिवार नियोजन को लेकर मुख्य फोकस पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को लेकर था, लेकिन विभाग के अधिकारियों की उदासीनता कहे या अपने कार्य के प्रति शिथिलता दोपहर के एक बजे तक परिवार नियोजन मेला का उद्घाटन ही नहीं हो पाया. सदर अस्पताल में आने वाले मरीज की आउटडोर सेवा सुबह 8:00 बजे से लेकर दोपहर के 2:00 बजे तक ही रहती है, जबकि दूसरे शिप्ट तीन से पांच, इस मेल के माध्यम से सदर अस्पताल आने वाले मरीजों को और उनके परिजनों को परिवार नियोजन मेला के माध्यम से जागरूकता फैलाना था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. यहां तक की परिवार नियोजन मेला का लाभ लोग ज्यादा से ज्यादा उठा सके इसको लेकर मीडिया के माध्यम से भी इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार हो सके इसको लेकर भी मीडिया से अपनी दूरी बनाए रखें. यह कहना गलत नही होगा की बुधवार को परिवार नियोजन को लेकर स्वास्थ्य मेला का सदर अस्पताल परिसर में लगना किसी खानापूर्ति से कम नहीं रहा, हालांकि दोपहर बाद परिवार नियोजन स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन सिविल सर्जन ने जरूर अपने हाथों किया, साथ ही जागरूकता को लेकर कई सारथी रथ भी रवाना किये. लेकिन सदर अस्पताल में लगने वाले इस मेला का लाभ जितना लोगों को मिलना चाहिए समय पर उद्घाटन नहीं होने से उतना नहीं मिल पाया.
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