बकाया बिल का भुगतान नहीं करने पर बिजली विभाग ने की कार्रवाई कोढ़ा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में नल जल योजना के तहत संचालित जलमिनारों की बिजली बकाया बिल के कारण सौ से अधिक गांवों में बिजली कनेक्शन काट दी गयी है. उन गांवों में पानी की सफ्लाई पूरी तरह से ठप हो गयी है. लोग एक बार फिर से चापाकल का आयरन युक्त पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं. बिजली विभाग के कनीय अभियंता श्रवण कुमार ने बताया कि पूरे प्रखंड में जलमिनारों पर लगभग 70 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया था. जिसमें से अब तक केवल 13 लाख की ही वसूली हो सकी है. प्रखंड क्षेत्र के लगभग सौ से अधिक जलमिनारों की बिजली कनेक्शन काटी गयी है. कुछ जगहों पर बिजली बिल का भुगतान हुआ है जहां बिजली की सफ्लाई दी जा रही है. बिजली कनेक्शन जलमिनारों का काटे जाने के बाद से हजारों ग्रामीणों को पीने के पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है. विशेष रूप से वे क्षेत्र अधिक प्रभावित हुए हैं. जहां भूगर्भीय जल में आयरन की अधिकता है. लोग पूरी तरह से जलमिनारों के पानी पर निर्भर हैं. लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा चलाई जा रही हर घर नल जल योजना में वित्तीय प्रबंधन की कमी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. यदि समय पर बिजली बिल का भुगतान किया जाता तो लोगों को इस संकट का सामना नहीं करना पड़ता. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द बकाया बिजली बिल का भुगतान कर जलमिनारों की बिजली बहाल की जाय. भविष्य में ऐसी समस्या न हो. इसके लिए ठोस व्यवस्था करने की भी मांग की गयी है.
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