– वर्ष 2025 के अंत तक कई अहम पद रह गये खाली कटिहार वर्ष 2025 के अंतिम दिनों तक कटिहार जिला स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों की भारी कमी बनी रही. सिविल सर्जन के पद को छोड़ दिया जाए तो विभाग के लगभग सभी प्रमुख व उच्च पद प्रभार के सहारे ही संचालित हो रहे हैं. नियमित पदस्थापन नहीं होने के कारण एक ही अधिकारी को दो-दो विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. विभागीय कार्यों का संचालन किसी तरह किया जा रहा है. स्थिति यह है कि जिला स्वास्थ्य विभाग में एसीएमओ, जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी और गैर संचारी रोग पदाधिकारी, सदर अस्पताल उपाधीक्षक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर वर्ष के अंतिम दिन तक नियमित अधिकारियों की नियुक्ति नहीं हो सकी. इन पदों पर लंबे समय से प्रभारी अधिकारी कार्यरत हैं. यह कोई महीने दो महीने की बात नहीं है. बल्कि पिछले पांच से छह महीनों से अधिक समय से यही स्थिति बनी हुई है. जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ जेपी सिंह का प्रमोशन होने के बाद उन्हें नालंदा जिले का सिविल सर्जन नियुक्त किया है. उनके नालंदा स्थानांतरण के बाद कटिहार में जिला मलेरिया पदाधिकारी का पद भी रिक्त हो गया है. विभाग की परेशानियां और बढ़ गई हैं. इससे पहले एसीएमओ के पद का प्रभार भी डॉक्टर जेपी सिंह के पास ही था. अब उनके जाने से यह पद भी पूरी तरह खाली हो गया है. वर्तमान में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के रूप में डॉ एस सरकार प्रभार संभाले हुए हैं. जबकि गैर संचारी रोग पदाधिकारी के पद पर डॉ एस सुमन कार्यरत हैं. जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम का प्रभार डॉ किसलय कुमार के पास है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक के रूप में डॉ अशा शरण पदभार संभाल रही है. सभी अधिकारी अपने मूल कार्य के साथ-साथ अतिरिक्त जिम्मेदारी निभा रहे हैं. लगातार प्रभार के सहारे विभाग चलने से योजनाओं के क्रियान्वयन, निगरानी और प्रशासनिक निर्णयों पर असर पड़ रहा है. समय रहते यदि इन पदों पर नियमित अधिकारियों की नियुक्ति नहीं हुई तो आने वाले दिनों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है.
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