बरारी. प्रखंड के उत्तरी भंडारतल पंचायत के गुरुद्वारा के खालसा युवा दल के द्वारा दसमपातशाही गुरु गोविंद सिंह महाराज के चार साहिबजादे की शहादत कड़ाके ठंड में बड़े साहिबजादे चमकौर के युद्ध में शहीद हुए थे. मुगल शासक ने छोटे साहिबजादे को जिंदा दीवार में चुनवा कर शहीद हुए. चार साहिबजादे की शहीदी पर तीन दिवसीय गुरुपर्व के मध्य दिन पंजो प्यारो सत्यदेव सिंह, मोनू सिंह, अरजुन सिंह, रिपुवेंद्र सिंह, मलकीर सिंह गुरमीत सिंह पंजो प्यारो की सुरक्षा में श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की सजी सवारी. नगर कीर्तन गुजद्वारा साहिब से निकला. नगर कीर्तन में बैंड बाजा के साथ पानी की टंकी सड़क पर छिड़काव करती हुई, स्त्री सतसंग की महिलाएं सड़क की सफाई करती रही. श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की फूलो से सजी सवारी साथ संगतों का जत्था शब्द गायन करते हुए लक्ष्मीपुर युवा गतका जत्था करतब दिखाते हुए नयाटोला होकर काली मंदिर, उत्क्रमित उच्च विद्यालय होकर मुख्य सड़क बरारी, पंचायत भवन भंडारतल होकर गुरुद्वारा साहिब में देर संध्या नगर पहुंचा, जहां हेडग्रंथी भाई त्रिलोक सिंह ने अरदास कर कढ़ाह प्रसाद बरताया. खालसा युवादल प्रधान सतविंदर सिंह, टीटूपाल सिंह, रणवीर सिंह, गुरुवीर सिंह, हरजीत सिंह आदि सदस्यों ने बताया कि सोमवार को श्रीगुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की अखंड पाठ आरंभ किया गया.
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